lekhak: अंकिता आनंद

अंकिता आनंद की कविताएँ

‘निकले तख़्त की खातिर दर-ब-दरसर झुका रहमत माँगने के इरादे से,उतरे खुदाई का फर्क बताने पर,खुदा बन गए, मुकरना ही ...

अंकिता आनंद की कविताएँ

अंकिता आनंद ‘आतिश’नाट्य समिति और \"पीपल्स यूनियन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स’की सदस्य हैं. इससे पहले उनका जुड़ाव सूचना के अधिकार के ...

अंकिता आनंद की कविताएँ

(Courtesy: Saumya Baijal)अंकिता आनंद की सक्रियता का दायरा विस्तृत है.  नाटकों ने उनके अंदर के कवि को समुचित किया है. उनकी ...