lekhak: संजय कुंदन

मैं असहमत: कविताएँ

मैं असहमत: कविताएँ

समालोचन ‘असहमति की सौ कविताएँ’ के अपने विशेष अंक का यह पहला हिस्सा प्रस्तुत कर रहा है. इसमें सच, साहस ...

बुलडोज़र: कविताएँ (दो)

बुलडोज़र: कविताएँ (दो)

बीसवीं शताब्दी को प्रसिद्ध इतिहासकार एरिक हॉब्सबॉम ने अतियों का युग (The Age of Extremes) कहा है. 21वीं शताब्दी में ...

संजय कुंदन की कविताएं

कविता कवि और उसके परिवेश के बीच आकार लेती है. समर्थ कविताएँ अपने समय से टकराती हैं, बहुस्तरीय, दृश्य-अदृश्य, और ...