lekhak: सुमीता ओझा

असहमति- 2 : कविताएँ

असहमति- 2 : कविताएँ

असमति के इस दूसरे अंक में विनोद दास, लीलाधर मंडलोई, नवल शुक्ल, सविता सिंह, पवन करण, प्रभात, केशव तिवारी, प्रभात ...

नाच रहा है बिरजू: सुमीता ओझा

नाच रहा है बिरजू: सुमीता ओझा

पंडित बिरजू महाराज पर के. मंजरी श्रीवास्तव का संस्मरणात्मक-आलेख आपने देखा- ‘मेरे बिरजू महाराज’. नृत्य प्रस्तुतियों को सहृदय किस तरह ...

सुमीता ओझा की कविताएँ

आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने अपने महत्वपूर्ण निबन्ध ‘कविता क्या है’ में लिखा है “ज्यों-ज्यों हमारी वृत्तियों पर सभ्यता के नये-नये ...