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Home » 2024 की लोकप्रिय पुस्तकें

2024 की लोकप्रिय पुस्तकें

इस साल क्या रहा किताबों का हाल-चाल? क्यों ने सीधे प्रकाशकों से पूछा जाये. हिंदी के कुछ महत्वपूर्ण प्रकाशकों की इस वर्ष की लोकप्रिय पुस्तकों की यह सूची दिलचस्प है. राजकमल से प्रकाशित हरिशंकर परसाई का ‘भोलाराम का जीव’ इस वर्ष की लोकप्रिय पुस्तकों में शीर्ष पर है. वाणी प्रकाशन समूह की ‘अण्णा भाऊ साठे: दलित और स्त्री जगत के श्रेष्ठ क़लमवीर’ जो विश्वास पाटिल की जीवनी है, लोकप्रिय रही है. जहाँ राजपाल एण्ड सन्स ने प्रभात रंजन के 'क़िस्साग्राम' को सबसे अधिक बेचा है वहीं सेतु प्रकाशन समूह ने राजू शर्मा के 'मतिभ्रम' को शीर्ष पर रखा है. ये दोनों उपन्यास हैं. हिन्द युग्म प्रकाशन के यहाँ से मानव कौल की ‘कतरनें’ शीर्ष पर है. संवाद प्रकाशन के यहाँ ‘सत्यजित राय : जीवन और सिनेमा' लोकप्रिय है. संभावना प्रकाशन ने पिएत्रो चिताती के ‘काफ्का’ जिसका अनुवाद अशोक पांडे ने किया को पहले स्थान पर रखा है. इन आंकड़ों को देखा जाए तो पाठकों की रुचियों की विविधता का पता चलता है. आज हिंदी का पाठक साहित्य के साथ समाज-राजनीति में भी रुचि रखता है. राजीव भार्गव, परकाला प्रभाकर, देवदत्त पट्टनायक, रामचन्द्र गुहा आदि लेखक लोकप्रिय रहे हैं. विश्व साहित्य से अनूदित किताबें पढ़ी जा रही हैं. अपराध कथाओं में भी गम्भीर पाठकों की रुचि बढ़ी है. राधाकृष्ण प्रकाशन से प्रकाशित राजेश पाण्डेय का वर्चस्व इसका उदाहरण है जो उत्तर प्रदेश के एक आपराधिक कालखंड की कथा कहती है. कविता की पुस्तकें भी बिकी हैं- विनोद कुमार शुक्ल, अरुण कमल, रुस्तम, विष्णु नागर, सविता सिंह, जसिंता केरकेट्टा और मोहन मुक्त आदि के संग्रह लोकप्रिय रहे हैं. इन तथ्यों के आधार पर और बहुत कुछ समझा जा सकता है. यह ख़ास अंक ख़ास आपके लिए प्रस्तुत है.

by arun dev
December 29, 2024
in आलेख
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2024 की लोकप्रिय पुस्तकें
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राजकमल प्रकाशन

१. भोलाराम का जीव  (व्यंग्य) / हरिशंकर परसाई (सं. वेद प्रकाश)
२. मीडिया का लोकतंत्र / विनीत कुमार
3. प्रेम में पेड़ होना (कविता संग्रह) / जसिंता केरकेट्टा
४. नये भारत की दीमक लगी शहतीरें / परकाला प्रभाकर (अनुवादक व्यालोक पाठक)
5. थिगलियाँ (असंकलित कहानियों का संग्रह)/ निर्मल वर्मा
6. राष्ट्र और नैतिकता : नए भारत से उठते 100 सवाल/ राजीव भार्गव (अनुवादक अभिषेक श्रीवास्तव)
7. एक तानाशाह की प्रेमकथा / परकाला प्रभाकर (अनुवादक व्यालोक पाठक)
8. बख्तियारपुर (कविता संग्रह) / विनय सौरभ
9. दारा शुकोह : संगम संस्कृति का साधक/ मैनेजर पाण्डेय
10 .निट्ठले बहुत बिज़ी है (व्यंग्य) / सम्पत सरल
11. शान्ति पर्व  (कविता संग्रह) / आशीष त्रिपाठी

 

2024 में पुनः प्रकाशित किताबें

12. वे दिन/ निर्मल वर्मा
१३. चीड़ों पर चाँदनी/ निर्मल वर्मा
१४. लाल टीन की छत / निर्मल वर्मा
१५. रात का रिपोर्टर / निर्मल वर्मा
१६. एक चिथड़ा सुख / निर्मल वर्मा
१७. परिन्दे / निर्मल वर्मा
18. अन्तिम अरण्य / निर्मल वर्मा

 

राधाकृष्ण प्रकाशन

19. वर्चस्व (अपराध कथा) / राजेश पाण्डेय
20. बोरसी भर आँच (संस्मरण) / यतीश कुमार

 

लोकभारती प्रकाशन

२१. पुई (कहानी संग्रह) / राहुल श्रीवास्तव

(राजकमल प्रकाशन समूह द्वारा साल 2024 में प्रकाशित पुस्तकों की बिक्री के हिसाब से रैकिंग (घटते हुए क्रम में) स्रोत : राजकमल प्रकाशन समूह )

 

वाणी प्रकाशन समूह

 

1. अण्णा भाऊ साठे: दलित और स्त्री जगत के श्रेष्ठ क़लमवीर (जीवनी)/विश्वास पाटील (मराठी से अनूदित-सुरेश माहेश्वरी)
2. दास की यादों में प्रसाद (संस्मरण) / डॉ. कल्याण प्रसाद वर्मा
3. गणित और उसकी शिक्षा / सम्पादक : हृदय कान्त दीवान, हनीत गाँधी, ऋचा गोस्वामी, संपादन सहयोग: राजेश उत्साही, मृत्युंजय
4. नक़्क़ाश (उपन्यास) / मुकेश भारद्वाज
5. न्यूज़ चैनलों का जनतन्त्र (पत्रकारिता) / आनन्द प्रधान

 

6. साँझक दीप (कथेतर, मैथिली) / मालती उपाध्याय/ संपादन : शंकरदेव झा
7. वासना एक नदी का नाम है (कविता) / सविता सिंह
8. वे दिन वे लोग : एक संस्मरण यात्रा (संस्मरण)/ लेखक : राधा भट्ट
9. मेरी भारत यात्रा (यात्रा वृतांत) /लेखक: एको एम. टैगोर/अनुवाद तोमोका मुशिगा
10. The Fanchors Story (story) / Mukesh Bhardwaj

 

11. ग्रेट कंचना सर्कस (उपन्यास) /लेखक : विश्वास पाटील, अनुवाद : रवि बुले
12. स्कोर क्या हुआ? (खेल) / प्रवीण कुमार झा
13. रंगसाज की रसाई (कविता संग्रह) /अरुण कमल
14. वो सुबह कभी तो आयेगी (सिनेमा) / डॉ. चित्रा प्रसाद, अनुवाद : डॉ. तारा सक्सेना
15. चाँदघाटी की अनारो (उपन्यास) /लेखक : सविता शर्मा नागर

 

16. मिट्टी बोल पड़ी (उपन्यास) / बलबीर माधोपुरी, अनुवाद – सुभाष नीरव
17. राहुल गांधी : नेता मोहब्बत वाला (राजनीति) / मुकेश भारद्वाज
18. आईना (उपन्यास) / ए. अरविन्दाक्षन
19. पटना भूले हुए क़िस्से (इतिहास) / अरुण सिंह
20. इतिहास में अफवाह : उत्तर-आधुनिक संकट से गुजरते हुए (आलोचना) / शंभुनाथ
21. इन्क़लाब ज़िन्दाबाद (आलोचना) / गोपी चन्द नारंग, अनुवाद – अय्यूब ख़ाँ

 

 

 

(वाणी प्रकाशन समूह द्वारा साल 2024 में प्रकाशित पुस्तकों की बिक्री के हिसाब से रैकिंग (घटते हुए क्रम में) स्रोत : वाणी प्रकाशन समूह )

 

राजपाल एण्ड सन्स

 

  1. क़िस्साग्राम  (उपन्यास) /प्रभात रंजन
  2. सामा चकवा (उपन्यास) / गीताश्री
  3. हीरा मंडी (उपन्यास) /राजेन्द्र राजन
  4. मुखबिर (कहानी संग्रह)/ सुशील तंवर
  5. वन्या (कहानी संग्रह )/मनीषा कुलश्रेष्ठ
  6. गरुड़ पुराण  (कथेतर) / देवदत्त पट्टनायक
  7. कालजयी कवि और उनका काव्य : लालन शाह फ़क़ीर / सं. माधव हाडा
  8. कालजयी कवि और उनका काव्य : बाबा फरीद / सं. माधव हाडा
  9. कालजयी कवि और उनका काव्य: सहजोबाई/ सं. माधव हाडा
  10. कालजयी कवि और उनका काव्य : अक्क महादेवी/ सं. माधव हाडा

 

 

( राजपाल एण्ड सन्स प्रकाशन समूह द्वारा साल 2024 में प्रकाशित पुस्तकों की बिक्री के हिसाब से रैकिंग (घटते हुए क्रम में) स्रोत : राजपाल एण्ड सन्स )

सेतु प्रकाशन समूह

1. मतिभ्रम (उपन्यास) / राजू शर्मा
2. छोटू और उसकी दुनिया (उपन्यास) / पेरुमाल मुरुगन
3.  बरफ महल  (उपन्यास) / थारये वेसोस /अनुवादिका नीलाक्षी सिंह
4. खोये हए लोगों का शहर (संस्मरण) /अशोक भौमिक
5 दिगम्बर विद्रोहिणी अक्क महादेवी (आलोचना) / सुभाष राय

6. सिराज-ए-दिल जौनपुर (संस्मरण) / अमित श्रीवास्तव
7. इमरजेंसी राज की अन्तर्कथा (राजनीति) / आनन्द कुमार
8. भारतीय चिन्तन की बहुजन परम्परा (विचार) / ओमप्रकाश कश्यप
9. जिन्ना (इतिहास) / ईशतियाक अहमद
10. हमनवाई न थी (उपन्यास) /तसनीम खान

11. रामचरितमानस अवधी हिन्दी कोश  (शब्दकोश) /सपा. मधुकर उपाध्याय
12. सफर में इतिहास (इतिहास) / नीलिमा पाण्डेय
13. भारत से कैसे गया बुद्ध का धर्म (इतिहास) / चद्रभूषण
14. इसलिए बची है पृथ्वी अब तक (कविता)/ अनूप कुमार
15. लखनऊ नवाबी बादशाही काल और 1857 की क्रान्ति की गाथा (इतिहास) / राजगोपाल सिंह वर्मा

16. मिजाज ए बनारस  (सामाजिकविज्ञान) / वसंती रामन
17. सभ्यता के कोने (जीवनी-इतिहास)/ रामचन्द्र गुहा / अन्. अनिल माहेश्वरी
18. आहोपुरुषिका (काव्यानुवाद) / वागीश शुक्ल

 

 

(सेतु प्रकाशन समूह द्वारा साल 2024 में प्रकाशित पुस्तकों की बिक्री के हिसाब से रैकिंग (घटते हुए क्रम में) स्रोत : सेतु प्रकाशन समूह )

 

हिन्द युग्म प्रकाशन

 

1) कतरनें (नॉन-फ़िक्शन) / मानव कौल
2) साक्षात्कार (उपन्यास)/ मानव कौल
3) एक पूर्व में बहुत से पूर्व (कविताएँ)/ विनोद कुमार शुक्ल
4) मैं वीगन क्यों हूँ (नॉन-फ़िक्शन) / सुशोभित
5) शून्य से आख़िर तक (उपन्यास)/ अर्पित आर्या

6) समझ गए या समझाऊँ? (कविताएँ)/ राहगीर
7) पटना का सुपरहीरो (कहानियाँ)/ निहाल पराशर
8) यार बटोही  (कहानियाँ) / 14 युवा रचनाकार
9) दास्तान और भी है (उपन्यास) / वीरेन्द्र ओझा
10) एक लड़की (कविताएँ)/ अमन अक्षर

11) कबीर हैं कि मरते नहीं (नॉन-फ़िक्शन) / सुभाष चन्द्र कुशवाहा
12) काम में उलझा समय (कविताएँ) / अंकुश कुमार
13) मूमल महेन्द्रा (उपन्यास) / फ़तेह सिंह भाटी
14) एक स्याह फ़िरदौस (उपन्यास) / संजय शेफ़र्ड
15) दसासमेध (उपन्यास)/ विमल चन्द्रा पाण्डेय

16) तभी हमने अपना पेड़पन खो दिया (कविताएँ) / मुदित श्रीवास्तव
17) एंथ्रोपोसीन (नॉन-फ़िक्शन)/ सं- जे सुशील
18) सफ़ेदा  (उपन्यास)/ सौरभ कुदेशिया
19) बेहयाई के बहत्तर दिन (नॉन-फ़िक्शन) / प्रमोद सिंह
20) नदी का मर्सिया तो पानी ही गाएगा (कविताएँ)/ केशव तिवारी

 

 

(हिन्द युग्म प्रकाशन समूह द्वारा साल 2024 में प्रकाशित पुस्तकों की बिक्री के हिसाब से रैकिंग (घटते हुए क्रम में) स्रोत : हिन्द युग्म प्रकाशन समूह )

 

संवाद प्रकाशन

 

१. सत्यजित राय : जीवन और सिनेमा लेखक/ विजय पाडलकर
2. लेनिन : जीवनी /  राबर्ट सर्विस
3. स्तालिन: जीवनी /  राबर्ट सर्विस
4. त्रात्स्की : जीवनी /  राबर्ट सर्विस
5. शरतचंद्र समग्र कथा लेखक/ शरतचंद्र

6. विवेकानंद एक यथार्थ परिचय / दत्तप्रसाद दाभोलकर
7. महाभारत की स्त्रियों का अंतर्जीवन / आ. ह. सालुंखे
8. बाबर : जीवनी /  हैराॅल्ड लैंब
9. औरंगजेब : जीवन और युग /  यदुनाथ सरकार
10. प्यार में स्त्री – वीमेन इन लव लेखक/ डी. एच. लारेंस

11. डा. जिवागो / पास्तरनाक
12. भारत की विरासत /  जी. ए. गैरेट
13. दास्ताने गदर / जहीर देहलवी
14. भारत की सभ्यता / आर. सी. दत्त
15. हिंदू राष्ट्रवाद : सावरकर और संघ / राव साहेब कसबे

16. यादों की बारात : जोश मलीहाबादी की आत्मकथा / जोश मलीहाबादी
17. गली कासिम जान : गालिब की जिंदगी लेखक/  विनोद भारद्वाज
18. सुभाष बोस की अज्ञात यात्रा लेखक/ संजय श्रीवास्तव
19. आपबीती : तैमूर लंग लेखक/ तैमूर लंग की आत्मकथा
20. फ्रांज काफ्का : जीवनी / जीतेंद्र मित्तल

 

 

(संवाद  प्रकाशन द्वारा इधर के वर्षों  में प्रकाशित पुस्तकों की बिक्री के हिसाब से रैकिंग (घटते हुए क्रम में) स्रोत : संवाद  प्रकाशन  समूह )

 

संभावना प्रकाशन  

१ काफ्का / पिएत्रो चिताती / अनुवादक अशोक पांडे
2 बीस प्रेम कविताएँ और हताशा का एक गीत / पाब्लो नेरुदा /अनुवादक अशोक पांडे
३ पीले दैत्य का नगर /  मैक्सिम गोर्की / अनुवादक अशोक पांडे
4 हम ख़त्म करेंगे (कविता) / मोहन मुक्त
५ मेरा नारंगी पेड़ (उपन्यास )/  José Mauro de Vasconcelos / अनुवादक लाल्टू

६ कांक्रीट के जंगल में गुम होते शहर /  जितेन्द्र भाटिया
७ जो हिंदुस्तान हम बना रहे हैं / प्रियदर्शन
८ ऐसा मैं हिन्दू हूँ (कविता)/  विष्णु नागर
९ कथा संवेदना / संपादक समदर्शी बर्थवाल
१० मैं पृथ्वी से बिछुड़ गया था  (कविता) / रुस्तम

 

११ अवचेतन पर गिरते है संकेतों के फूल /  तिथि दानी
१२ जिधर से सूरज उगता है / जितेन्द्र भाटिया
१३ अपराजित / राजाराम भादू
१३ गढ़वाली भाषा और साहित्य /  सृजना राणा
14 अधूरी रहना कविता की नियति है / लाल्टू
१५ मेरी हिमालय यात्रा /  स्वामी अखंडानंद

 

(संभावना प्रकाशन समूह द्वारा साल 2024 में प्रकाशित पुस्तकों की बिक्री के हिसाब से रैकिंग (घटते हुए क्रम में) स्रोत : संभावना  प्रकाशन )

 

प्रस्तुति
अरुण देव
devarun72@gmail.com

Tags: 20242024 : इस साल किताबेंअरुण देवराजकमल प्रकाशनराजपाल एण्ड सन्सवाणी प्रकाशन समूहसंभावना प्रकाशनसंवाद प्रकाशनसेतु प्रकाशनहिन्द युग्म प्रकाशन
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Comments 8

  1. Ravi Shanker says:
    6 months ago

    बहुत आभार समालोचना🌷🙏🌞

    Reply
  2. Amit Bhushan says:
    6 months ago

    बहुत बढ़िया जानकारी पुस्तकों के बारे चल जा रहीं है। यह एक बढ़िया अभियान है।

    Reply
  3. Sandeep Kumar Singh says:
    6 months ago

    बहुत अच्छी जानकारी दी गई है। आपका बहुत-बहुत आभार।

    Reply
  4. Anonymous says:
    6 months ago

    सेतु से बिक्री में तीसरे नम्बर पर रही किताब ‘ बरफ महल’ की अनुवादिका नीलाक्षी सिंह हैं, लेख में थारये वेसोस के साथ उनका नाम भी लिखा होना चाहिए था। आखिर अनुवादक की मेहनत और भाषा से ही एक अच्छा अनुवाद हिंदी में आया है। हिंदी प्रकाशक अभी तक अनुवादक को श्रेय देने में कृपण ही है।

    Reply
    • arun dev says:
      6 months ago

      जोड़ दिया गया है.

      Reply
  5. चंद्रभूषण says:
    6 months ago

    हिंदी के मुर्दा प्रकाशन जगत में कुछ जान पड़नी शुरू हुई है। 40 प्रतिशत कमीशन अब भी लाइब्रेरियनों के पास जाता होगा और एक पढ़ने लायक किताब के पीछे अलमारियों में आठगुना कबाड़ पहुंचता होगा। लेकिन उससे कहीं ज्यादा किताबें ऑनलाइन बिक रही हैं, लिहाजा प्रकाशकों की तरफ से अच्छी किताबों की टोह बढ़ी है। पारदर्शिता का तकाजा है कि हर साल पुस्तक मेले के छह महीने बाद यानी अगस्त-सितंबर में प्रकाशक अपनी सबसे अच्छी चल रही 50-50 किताबों की सूची विक्रय संख्या समेत जारी करें, साथ ही यह भी बताएं कि उनमें कितनी खुले बाजार में और कितनी पुस्तकालयों में गई हैं। ऐसी एक सूची राजकमल ने पिछले साल पेश की थी, सभी कर सकते हैं। ऐसी तमाम सूचियों की बुनियाद पर कई तरह के इंडेक्स बन सकते हैं। सबसे ज्यादा बिकने वाले वाले उपन्यास, सबसे ज्यादा समय तक बिकने वाला कविता या कहानी संग्रह, वगैरह। मेरे लिए समझना मुश्किल है कि इसमें हर्ज क्या है? सन 1935 में देवकीनंदन खत्री या आचार्य चतुरसेन प्रेमचंद से ज्यादा बिकते रहे होंगे, लेकिन 1965 आते आते पासा पलट गया होगा। खेल खुला रहेगा तो लेखकों को भी कभी भिखारी और कभी षड्यंत्रकारी की तरह नहीं फिरना होगा। यह तो हो नहीं सकता कि पूरी जिंदगी का फैसला पूंजीवाद कर रहा है और किताबों के धंधे में आप कोई सतजुगी समाजवाद मन में बसाए फिर रहे हैं!

    Reply
  6. शरद कोकास says:
    6 months ago

    चलिए अच्छी बात है आपने गिने-चुने प्रकाशन लिए वैसे अन्य प्रकाशनों की भी बहुत सारी पुस्तक इस साल बिकी हैं और चर्चित रही है

    Reply
  7. दीपक शर्मा says:
    6 months ago

    बहुत महत्वपूर्ण जानकारी। इसमें से कुछ पुस्तकें पढ़ना चाहता हूं।

    Reply

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