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नामवर के होने न होने के बीच

नामवर के होने न होने के बीच

भारतीय भाषाओँ में हिंदी आलोचना प्रभावशाली और विद्वतापूर्ण नामवर सिंह की वजह से है. आलोचना को अपने समय के साहित्य-सिद्धांत, विचारधारा और अद्यतन सामजिक  विमर्श से जोड़कर उन्होंने उसे विस्मयकारी...

विष्णु खरे: वह अंतिम आदमी

विष्णु खरे: वह अंतिम आदमी

कवि, आलोचक, अनुवादक, पत्रकार, संपादक और फ़िल्म कला मर्मज्ञ विष्णु खरे एक महान पाठक भी थे. उन्हें किसी नवोदित की कोई कविता पढ़कर उससे बात करने में कोई संकोच कभी...

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