लोक के जवाहर: शुभनीत कौशिक
लोक-गीत संवेदना, चेतना और दृष्टि के सामूहिक स्वर हैं इसलिए अक्सर इन गीतों का कोई एक गीतकार नहीं होता. आज़ादी ...
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लोक-गीत संवेदना, चेतना और दृष्टि के सामूहिक स्वर हैं इसलिए अक्सर इन गीतों का कोई एक गीतकार नहीं होता. आज़ादी ...
बुद्ध जिसे भारत के लोग भूल गये थे. औपनिवेशिक भारत में शोध और खोद से निकलकर देखते-देखते आधुनिक भारत की ...
प्रबुद्ध राजनीतिज्ञ राष्ट्र के लिए वरदान होते हैं. आज़ाद भारत में सामाजिक-राजनीतिक चुनौतियों के साथ-साथ सांस्कृतिक चुनौतियाँ भी कम न ...
1962 में अपनी आत्मकथा के सस्ते, अजिल्द संस्करण के प्रकाशन पर जवाहरलाल नेहरू हर्ष व्यक्त करते हैं. उस समय वह ...
भारतीय स्वाधीनता संग्राम में नेताओं का वकालत और लेखन से गहरा सम्बन्ध था, इनमें से बहुत तो पत्र-पत्रिकाओं के संपादक ...
प्रथम प्रधानमन्त्री और आधुनिक भारत के निर्माता जवाहरलाल नेहरु लेखक भी थे. ‘The Discovery of India’, ‘Glimpses of World History’, ...
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