स्त्रीवादी आलोचना का श्वेत-पत्र: रोहिणी अग्रवाल
प्रो. रोहिणी अग्रवाल कई दशकों से स्त्रीवाद की सैद्धांतिकी और उसकी व्यावहारिक आलोचना के क्षेत्र में सक्रिय हैं. इस विषय ...
प्रो. रोहिणी अग्रवाल कई दशकों से स्त्रीवाद की सैद्धांतिकी और उसकी व्यावहारिक आलोचना के क्षेत्र में सक्रिय हैं. इस विषय ...
शेक्सपियर ने 1600 ईसवी के आप-पास नाटक ‘हैमलेट’ की रचना की थी. कई देशों में इसपर आधारित और इससे प्रभावित ...
मूर्तिकार अपने शिल्प में डूबा हुआ ख़ुद में डूब जाता है. रचनात्मकता भी अध्यात्म है. सृजनात्मक लोगों को अलग से ...
बसंत त्रिपाठी का नया कविता संग्रह ‘नागरिक समाज’ अभी-अभी सेतु प्रकाशन से छप कर आया है. इधर के कविता संग्रहों ...
बाल-अपराध बच्चों पर समाज की निष्ठुर हिंसा की बेबस प्रतिक्रिया है. ऐसा संवेदनशील समाज बनाने में हम असमर्थ रहें हैं ...
वरिष्ठ आलोचक और कला समीक्षक ज्योतिष जोशी की पुस्तक ‘तुलसीदास का स्वप्न और लोक’ इसी वर्ष सेतु प्रकाशन से प्रकाशित ...
गीतांजलि श्री के उपन्यास- ‘रेत-समाधि’, उसके अनुवाद ‘Tomb of Sand’ और उसे मिले अंतर-राष्ट्रीय बुकर सम्मान को लेकर हिंदी के ...
विश्व के समकालीन बड़े कथाकार हारुकी मुराकामी की इस कहानी का जापानी भाषा से अंग्रेजी अनुवाद फिलिप गैब्रिएल ने ‘Hunting ...
क्रिकेट भारत का लोकप्रिय खेल है, कुछ कवि भी खेलते होंगे, देखते तो होंगे ही. क्रिकेट पर हिंदी में कविताएँ ...
रश्मि शर्मा को वर्ष 2021 का छठा शैलप्रिया स्मृति सम्मान मिला है. कविता के साथ-साथ रश्मि कहानियां भी लिखती हैं. ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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