व्यक्तिगत भी राजनीतिक है : कैरोल हैनिच (अनुवाद अपर्णा मनोज)
जब कोई विचार समय की आवश्यकताओं को अचूक ढंग से अभिव्यक्त करने लगता है तब वह नारे में बदल जाता ...
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जब कोई विचार समय की आवश्यकताओं को अचूक ढंग से अभिव्यक्त करने लगता है तब वह नारे में बदल जाता ...
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