रेत-समाधि: हंगामा है यूँ बरपा: हरीश त्रिवेदी
गीतांजलि श्री के उपन्यास- ‘रेत-समाधि’, उसके अनुवाद ‘Tomb of Sand’ और उसे मिले अंतर-राष्ट्रीय बुकर सम्मान को लेकर हिंदी के ...
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गीतांजलि श्री के उपन्यास- ‘रेत-समाधि’, उसके अनुवाद ‘Tomb of Sand’ और उसे मिले अंतर-राष्ट्रीय बुकर सम्मान को लेकर हिंदी के ...
गीतांजलि श्री के चार उपन्यास- 'माई', 'हमारा शहर उस बरस', 'तिरोहित', 'खाली जगह' और चार कहानी-संग्रह- 'अनुगूँज', 'वैराग्य', 'प्रतिनिधि कहानियाँ', ...
‘रेत-समाधि’ गीतांजलि श्री का नया उपन्यास है जिसे राजकमल ने छापा है. इस उपन्यास पर रवीन्द्र त्रिपाठी का यह आलेख ...
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