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समालोचन

Home » मैं कहता आँखिन देखी : एलिस मुनरो

मैं कहता आँखिन देखी : एलिस मुनरो

कनाडा की रहने वाली कथा लेखिका एलिस मुनरो (जन्म:१९३१) को २०१३ के साहित्य का नोबल पुरस्कार दिया गया है. उन्हें २००९ का  Man Booker International Prize भी प्राप्त है. उन्हें कनाडा का चेखव कहा जाता है. Nobelprize.org के लिए एडम स्मिथ ने एलिस मुनरो का टेलीफ़ोन से साक्षात्कार लिया है. लेखिका और अनुवादक सरिता शर्मा ने इसका हिंदी में अनुवाद किया है. फिलहाल यह साक्षात्कार पढ़िए और सरिता शर्मा को समय से किये गए उनके इस  अनुवाद कार्य के लिए धन्यवाद दीजिए.

by arun dev
October 15, 2013
in बातचीत
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मैं कहता आँखिन देखी : एलिस मुनरो

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लेखक को अपनी नवीनतम पुस्तक सबसे अच्छी लगती है
 एलिस मुनरो            

एडम स्मिथ
नमस्कार, मैं एडम स्मिथ बोल रहा हूँ.
एलिस मुनरो
नमस्कार एडम !

एडम स्मिथ
नमस्कार,  क्या मैं एलिस मुनरो से बात कर रहा हूँ?
एलिस मुनरो
हाँ, एलिस मुनरो बोल रही हूँ. मैं आपकी शुक्रगुजार हूँ. यह मेरे लिए बहुत ख़ुशी की बात है. यह लघु कहानी के लिए भी गौरव की बात है .

एडम स्मिथ
आप सच कह रही हैं और बदले में हम आपको बधाई देते हैं. आज का दिन अद्भुत है.
एलिस मुनरो
हां,बहुत- बहुत धन्यवाद.

एडम स्मिथ
आपने  यह  खबर कहाँ सुनी?
एलिस मुनरो
याद करती हूँ, मैं आज सुबह – सुबह घूम रही  थी. मैंने  यह खबर पहली बार कैसे सुनी? (कमरे में साथ बैठी बेटी जेनी की ओर मुखातिब होकर कहा) … ओह , प्रेस ने मुझे फोन किया.

एडम स्मिथ
और आपकी पहली प्रतिक्रिया क्या थी? क्या आपको याद है ?
एलिस मुनरो
अविश्वास (हंसते हुए) मैं सच में विश्वास नहीं कर पायी, मैं इतनी खुश हुई, और मैं अभी तक खुशी से बाहर नहीं निकल पाई हूँ..

एडम स्मिथ
आपने चार दशकों से अधिक अरसे में बहुत ज्यादा लेखन किया है.
एलिस मुनरो
हाँ मैंने बहुत ज्यादा लिखा है. लेकिन आप जानते हैं चूंकि मैं आम तौर पर  कहानी विधा में लिखती हूँ, मुझे लगता है यह सम्मान मिलना बहुत बड़ी बात है .

एडम स्मिथ
आप सही कह रही हैं,
हाँ, वास्तव में यही हुआ है. आप शुरू से आखिर तक एक ही तरह की लेखक रही हैं? क्या आपको लगता है कि आपमें बदलाव आया है?
एलिस मुनरो
वैसे जहाँ तक मैं आपको बता सकती हूँ, मुझमें बहुत ज्यादा बदलाव नहीं आया है. लेकिन मुझे लगता है कि इस  सवाल का जवाब कोई और बेहतर दे सकता है.

एडम स्मिथ
और पुरस्कार मिलने से आपकी किताबों के नए पाठकों में बहुत बढ़ोतरी हो जाएगी.
एलिस मुनरो
हां,मैं उम्मीद करती हूँ कि ऐसा हो, और मैं चाहती हूँ कि यह सिर्फ मेरे लिए न हो , लेकिन सामान्य रूप में कहानी के लिए ऐसा  हो. क्योंकि आप जानते हैं, कि इसे यह कहकर नजरंदाज किया जाता है कि कहानियां लोग अपना पहला उपन्यास लिखने से पहले लिखते हैं. और मैं इसे बिना इस  दुमछल्ले के प्रमुखता दिलाना चाहूंगी कि उपन्यास लिखना जरूरी है.

एडम स्मिथ
और जो आपकी रचनाओं के बारे में नहीं जानते है, उन लोगों के लिए, आप कौन सी किताब पढने से शुरुआत करने की सिफारिश करेंग?
एलिस मुनरो
हे भगवान! मुझे नहीं पता, मैं नहीं बता सकती … लेखक को हमेशा कम से कम मुझे क्या अपनी  नवीनतम पुस्तक सबसे अच्छी लगती है,कम से कम मुझे मैं तो ऐसा मानती हूँ. इसलिए मैं चाहूंगी की वे मेरी नवीनतम पुस्तक के साथ मुझे पढना शुरू करें .

एडम स्मिथ
तो उन्हें ‘डियर लाइफ’ के साथ शुरूआत करनी चाहिए?
एलिस मुनरो
ठीक है, एक तरह से, हाँ , मगर फिर मुझे उम्मीद है कि वे उसके बाद मेरी और किताबों को भी पढेंगे.

एडम स्मिथ
और निश्चित रूप से. हर कोई इस तथ्य के बारे में बात कर रहा है कि इस साल की  शुरूआत में आपने लिखना बंद कर देने की  घोषणा की थी,  और हर कोई कह रहा है ” हो सकता है कि इससे  उन्हें फिर से लिखना  शुरू करने के लिए प्रोत्साहन मिले”
एलिस मुनरो (हंसते हुए)
वैसे मैं कई सालों से ऐसा करती  रही हूँ. मेरे विचार से मैं लगभग बीस की थी,तब से लिखती और प्रकाशित होती रही हूँ और जब तब मेरी कोई न कोई रचना प्रकाशित होती रहती थी – मगर काम करते -करते लम्बा अरसा गुजर गया और मुझे लगता है अब वक्त आ गया है थोडा आराम करूँ. लेकिन इससे मेरा  दिमाग बदल सकता है.(हंसते हुए)

एडम स्मिथ
एक रोमांचक बयान है! इससे लोगों में हलचल मचेगी.
(समवेत हंसी)

एडम स्मिथ
वाह! तो, मुझे लगता है कि आप इतने सारे लोगों से बात करने के बाद थक गयी होंगी इसलिए  हम किसी और अवसर पर आपसे जरूर बात करना चाहेंगे.
एलिस मुनरो
हां दरअसल ऐसा करना अच्छा होगा मैं क्योंकि मैं अब कुछ थक गयी हूँ और उनींदी हूँ  और क्या पता मैं क्या कह दूँ!

एडम स्मिथ (हंसते हुए)
ठीक है,  हमें इस उत्तेजना के  शांत होने तक इंतजार करना होगा, और फिर …
एलिस मुनरो
ठीक है .

एडम स्मिथ
आपसे  बात करके बहुत खुशी हुई , आपका तहेदिल से शुक्रिया .
एलिस मुनरो
शुक्रिया अलविदा.

एडम स्मिथ
अलविदा, अलविदा .

(Nobelprize.org  से साभार )

 

 

 

सरिता शर्मा
sarita12aug@hotmail.com

Tags: एलिस मुनरोसरिता शर्मा
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