lekhak: उषा राय

आग से गुज़रती हवाएँ : उषा राय

उषा राय की लम्बी कविता ‘आग से गुज़रती हवाएं’ समकालीन भारत में स्त्रियों पर लगातार हो रहे हिंसक, बर्बर हमलों ...