lekhak: आनंद पांडेय

नाट्यान्वेषण: आनंद पांडेय

नाट्यान्वेषण: आनंद पांडेय

भारत में नाटकों के मंचन की समृद्ध उपस्थिति का प्रमाण ‘नाट्यशास्त्र’ है. आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रारम्भ में भी नाटकों ...

गांधीवाद रहे न रहे : आनंद पांडेय

(अनन्य प्रकाशन, दिल्लीमूल्य 100 रुपयेपृष्ठ 136)राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन और दर्शन पर अध्येताओं की दिलचस्पी कहीं से भी कम ...