भोपाल की स्पंदन संस्था की संयोजक उर्मिला शिरीष ने 2015 के स्पंदन कृति सम्मान से कथाकार मनोज पाण्डेय, और स्पंदन...
समीर तांती असमिया भाषा के प्रसिद्ध कवि हैं, उनकी कुछ कविताओं का असमिया से सीधे हिंदी में अनुवाद शिव किशोर...
हिंदी की प्रतिष्ठा प्राप्त कथा-पत्रिका हंस के अप्रैल २०१६ में प्रकाशित पंकज सुबीर की कहानी \"चौपड़े की चुड़ैलें\" को २०१६...
Photo : Clare Park, Self portrait, Holding my Past हिंदी की प्रतिष्ठा प्राप्त कथा-पत्रिका हंस के अप्रैल २०१६ में प्रकाशित पंकज सुबीर...
मनोज कुमार झा हिंदी कविता में न परिचय के मोहताज हैं न किसी प्रस्तावना के. उनकी कविता की अपनी जमीन है...
12 वीं शती के महाकवि जयदेव विरचित ‘गीतगोविन्द’ ऐसी कृति है जिसकी अनुकृति का आकर्षण अभी समाप्त नहीं हुआ है....
विश्वकवि रवीन्द्रनाथ टैगोर की रचना– ‘चित्त जेथा भयशून्य’ का प्रकाशन जून-जुलाई १९०१ के आस-पास माना जाता है. यह बांगला में...
जबकि समय जटिलतर होता जा रहा है, कलाओं से हम एक आयामी होने की जिद्द ठान बैठे हैं. बस एकबार...
Margaret Eleanor Atwood reading her book The Year of the Floodबुकर पुरस्कार से सम्मानित कवयित्री, कथाकार, आलोचक और पर्यावरण कार्यकर्ता मार्गरेट ऐटवुड...
महाकवि निराला की प्रसिद्ध कविता ‘तोड़ती पत्थर’ के कई पाठ हुए (reading) हैं. दलित साहित्यकार कंवल भारती ने ‘श्याम तन,भर बंधा...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2010-2023 समालोचन | powered by zwantum