लोठार लुत्से (Lothar Lutze) सिर्फ अनुवादक नहीं थे, वह भाषाओं के बीच पुल थे, साहित्य संवाहक थे, संस्कृतियों के जीवंत...
clare parkस्त्रियाँ पैदा नहीं होती, समाज उन्हें निर्मित करता है. बायोलाजिकल विभेद से अलग जो भी अंतर एक स्त्री को...
चन्दन पाण्डेय अपनी पीढ़ी के प्रतिनिधि कथाकार हैं. उनके तीन कहानी संग्रह ‘भूलना’, ‘इश्कफरेब’ और ‘जंक्शन’ प्रकाशित हैं. ज्ञानपीठ नवलेखन...
वरिष्ठ कथाकार और रंगकर्मी हृषीकेश सुलभ ने आज अपने सक्रिय जीवन के साठ वर्ष पूरे किये हैं. इसी वर्ष उनका...
रोहिणी अग्रवाल कथाकार के साथ कथा–साहित्य की गम्भीर अध्य्येता भी हैं. इस पुस्तक मेले में उनकी आलोचना किताब ‘साहित्य का...
भालचंद्र नेमाड़े मराठी भाषा और भारतीय साहित्य परम्परा के अपने कथाकार हैं. उन्हें इस वर्ष के भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से...
जनगणना में आमजन राकेश बिहारी <!--> पुस्तक : हाता रहीम (उपन्यास)लेखक : वीरेंद्र सारंग प्रकाशक...
भूमंडलोत्तर कहानी विवेचना की श्रृंखला में आलोचक राकेश बिहारी ने मनोज पाण्डेय की कहानी पानी को परखा है. पानी में...
उत्तर आधुनिक दार्शनिक माइकल फूको (Michel Foucault) का जन्म १९२६ में फ्रांस में हुआ था. ज्ञान और ताकत के बीच...
युवा कवयित्री बाबुषा कोहली की कविताओं की निर्मिति में सघन संवेदनात्मक बिम्बों और मिथकों की आदमकद आकृतियाँ का रचाव है....
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