राहुल द्विवेदी की कुछ कविताएँ २०१७ में समालोचन में प्रकाशित हुईं थीं. इस बीच बहुत कुछ घटित हुआ उनके जीवन में...
लेखक, आलोचक, शोधकर्ता और संपादक शम्सुर्रहमान फ़ारुक़ी (३० सितम्बर, १९३५ - २५ दिसम्बर २०२०) उर्दू और अंग्रेजी में लिखते थे....
उम्र के पैंसठवें पायदान पर धीरेन्द्र अस्थाना से राकेश श्रीमाल ने उनके जीवन और उसकी बुनावट पर तसल्ली और गहराई...
गीतांजलि श्री के चार उपन्यास- 'माई', 'हमारा शहर उस बरस', 'तिरोहित', 'खाली जगह' और चार कहानी-संग्रह- 'अनुगूँज', 'वैराग्य', 'प्रतिनिधि कहानियाँ',...
उषा राय की लम्बी कविता ‘आग से गुज़रती हवाएं’ समकालीन भारत में स्त्रियों पर लगातार हो रहे हिंसक, बर्बर हमलों...
वरिष्ठ कथाकार संजीव का उपन्यास ‘मुझे पहचानो’ तद्भव (नवम्वर-२०१९) में प्रकाशित हुआ था और तभी से इसकी चर्चा शुरू हो...
गोरख पाण्डेय के लेखन की शुरुआत १९६९ के किसान आंदोलन में उनके जुड़ाव से हुई और वे भोजपुरी में गीत...
पंजाब की मिट्टी का असर वहाँ की उगी कविताओं में है चाहे उसकी भाषा कोई भी हो. सत्यपाल सहगल की...
के. मंजरी श्रीवास्तव की ये पाँचों कविताएँ सीधे-सीधे रंगमंच से जुड़ी हैं, रंग-प्रस्तुतियों के सम्मोहक अनुभव से अंकुरित ये पाँचों...
‘कई बार सुबह-सुबह घर से निकलते हैं और सड़क पर रात मिल जाती है.’ साहित्य में रात और दिन...
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