सहजि सहजि गुन रमैं : शिव कुमार गाँधी
शिव कुमार गांधी : १८ जून १९७३, जयपुरचित्रकार,कवि चित्र – प्रदर्शनियां देश भर में एकल चित्र प्रदर्शनी मेलबोर्न आस्ट्रेलिया में भी बच्चों के लिए एक किताब मेरी किताब प्रकाशित फ़िल्म...
शिव कुमार गांधी : १८ जून १९७३, जयपुरचित्रकार,कवि चित्र – प्रदर्शनियां देश भर में एकल चित्र प्रदर्शनी मेलबोर्न आस्ट्रेलिया में भी बच्चों के लिए एक किताब मेरी किताब प्रकाशित फ़िल्म...
मैं और कविता ::जीवन के सबसे खूबसूरत पल वे होते हैं जब आप किन्हीं बातों में, कुछ पढ़ते हुए, कुछ देखते हुए, कभी स्मृतियों में टहलते हुए तो कभी अपने...
महेश वर्मा की कविताओं ने इधर ध्यान खीचा है. कविता का समकालीन परिधान पास –पड़ोस के रंग–रस से जुड़ कर यहाँ समृद्ध हुआ है. अनेकार्थक बिम्बों वाली संरचनाओं के भीतर...
नरेश चंद्रकर : १ मार्च १९६०, नागौर (राजस्थान)साहित्य की रचना प्रकिया- १९९५ (गद्य)बातचीत की उड़ती धूल में – २००२ (कविता संग्रह) बहुत नर्म चादर थी जल से बुनी – २००८(कविता...
निलय उपाध्याय :२८- जनवरी,१९६३, आरा (बिहार)कवि - लेखकअकेला घर हुसैन का (१९९४), कटौती (२००१) : कविता संग्रह अभियान (२००५) : उपन्यासनिराला सम्मान.मुंबई में रहते हैं. पटकथा लेखन. ई-पता: nilayupadhayay@gmail.comनिलय उपाध्याय...
संतोष चतुर्वेदी : २-११-१९७१, बलिया (उत्तर-प्रदेश)कवि - संपादकपहली बार (कविता संग्रह २००९), भारतीय ज्ञानपीठ से भारतीय संस्कृति (२०११), लोक भारती से प्रकाशित अनहद का संपादनअसोसिएट प्रोफेसर (इतिहास)ई-पता : santoshpoet@gmail.comहिंदी कविता...
कृष्णमोहन झा : १०-अगस्त-१९६८, मधेपुरा (बिहार)कवि-आलोचक उच्च शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय और जे.एन.यू से विजयदेव नारायण साही और निर्मल वर्मा पर शोध कार्यकविता-संग्रह : समय को चीरकर (१९९८) हिंदी में और...
प्रत्यक्षा : २६ अक्टूबर, गया (बिहार),शिक्षा रांची और पटना से कहानीकार, कवयित्री 2008 में भारतीय ज्ञानपीठ से कहानी संग्रह जंगल का जादू तिल तिल प्रकशित.दूसरी किताब की तैयारी सभी प्रमुख हिन्दी...
मुकेश मानस :१५ अगस्त १९७३,बुलंदशहर (उत्तर-प्रदेश)दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में Ph.D.दो कविता संग्रह - पतंग और चरखड़ी (२००१), कागज एक पेड़ (२०१०) उन्नीस सौ चौरासी (2005) शीर्षक से कहानी संग्रहकंचा...
निवेदिता : ४ अप्रैल १९६५,पटना रंगकर्मी,एक्टिविस्ट और पत्रकारस्त्री मुद्दों पर लेखन- बालिका शोषण की उनकी कहानी प्रकाशितOXFAM द्वारा अखबारों में हिंसा पर शोध-पत्रMagnitude of Witch hunting in Bihar पर शोध...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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