तिलांजलि: ललिता यादव
ललिता यादव की यह कहानी भरे-पूरे घर में बहनों और भाइयों से आरम्भ होकर उनके अलग-अलग होने तक जाती है, ...
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ललिता यादव की यह कहानी भरे-पूरे घर में बहनों और भाइयों से आरम्भ होकर उनके अलग-अलग होने तक जाती है, ...
भारतीय अंग्रेजी कथा-साहित्य में तनुज सोलंकी युवा प्रतिभा हैं, उन्हें उनकी कहानियों के लिए साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार मिल चुका ...
भारतीय फ़िल्म निर्देशकों में ऋत्विक घटक (4 नवम्बर, 1925 - से 6 फ़रवरी, 1976) का महत्वपूर्ण स्थान है. उन्होंने बांग्ला में ...
जोहड़ (पीथलाना,चूरू जिला), साभार: दिव्या खांडल ज्ञान चंद बागड़ी का उपन्यास ‘आखिरी गाँव’ वाणी ने अभी पिछले वर्ष ही प्रकाशित किया ...
लेखक-संपादक प्रकाश मनु देवेंद्र सत्यार्थी के शब्द और कर्म के साक्षी रहें हैं. उनका यह संस्मरण यहाँ प्रस्तुत है. साथ ही ...
हिन्दी के युवा कथाकार कहानी के कथ्य और शिल्प में साहसिक प्रयोग कर रहें हैं, यहीं से कहानी का ...
इस अकाल बेला में हिंदी के कथाकार राधाकृष्ण की याद उमड़ी है, हैजा महामारी में हो रही मौतों पर आधारित ...
अजय गोयल पेशे से चिकित्सक हैं, ‘एक और मनोहर’ शीर्षक से उनका उपन्यास प्रकाशित हो चुका है. ‘गिनीपिग’ उनका तीसरा ...
समालोचन पर अविनाश की कहानी ‘जिल्द’, ज्ञानचंद बागड़ी की कहानी ‘संदेश रासक’ आपने पढ़ी, इसी क्रम में सारंग उपाध्याय की ...
(Painting courtesy: Aritra Sen) प्रवासी प्रिय को संदेश भेजने की साहित्य-परंपरा प्राचीन है. पुरानी हिन्दी में ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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