चरथ भिक्खवे : रमाशंकर सिंह
ब्रह्मांड ही यात्रा पर है. गंगा की तरह बहता रहता है आकाश. जैसे यात्रा स्वभाव हो. मनुष्य की सभ्यता यात्राओं ...
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ब्रह्मांड ही यात्रा पर है. गंगा की तरह बहता रहता है आकाश. जैसे यात्रा स्वभाव हो. मनुष्य की सभ्यता यात्राओं ...
विशिष्ट, विस्तृत और विचारोत्तेजक. थेरीगाथा को स्त्री-दृष्टि से विवेचित करते हुए रोहिणी अग्रवाल स्त्री-भाषा समेत उसके अनेक आयामों को गहराई ...
बुद्ध जिसे भारत के लोग भूल गये थे. औपनिवेशिक भारत में शोध और खोद से निकलकर देखते-देखते आधुनिक भारत की ...
प्रदीप गर्ग की अकबर के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘A Forgotten Legacy’ प्रकाशित हो चुकी है, बुद्ध और उनके समय ...
औपनिवेशिक भारत में आज़ादी की लड़ाई सिर्फ़ राजनीतिक नहीं थी. जड़ों की तलाश में बुद्ध तक अनेक लेखक विचारक गये, ...
“अगर तुम अतीत पर पिस्तौल से गोली चलाओगे, तो भविष्य तुम पर तोप से गोले बरसायेगा.’ (अबूतालिब,- रसूल हमज़ातोव, मेरा ...
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