रमेश ऋतंभर की कविताएं
रमेश ऋतंभर की कविताएँ जीवन के सुख-दुःख की कविताएँ हैं. आसपास जो चल रहा है, उससे वह कविता उठाते हैं. ...
रमेश ऋतंभर की कविताएँ जीवन के सुख-दुःख की कविताएँ हैं. आसपास जो चल रहा है, उससे वह कविता उठाते हैं. ...
दयाशंकर शरण वरिष्ठ पीढ़ी के रचनाकार हैं, इधर उन्होंने नयी पीढ़ी से गज़ब का रचनात्मक संवाद स्थापित किया है, शायद ...
The poet is the priest of the invisible. : Wallace Stevens समकालीन कविता पर केंद्रित ‘मैं और मेरी कविताएँ’ के अंतर्गत ...
कवि-कथाकार जितेन्द्र कुमार (1936-2006) को हम लोग लगभग भूल ही चुके हैं. उनका जीवन, कविताएँ और कथा-साहित्य सब लीक से ...
श्रुति गौतमकी कविताओं के प्रकाशन का यह आरम्भिक चरण है, हालाँकि वह वर्षों से कविताएँ पढ़-लिख रहीं हैं. हर कवि ...
कविता शब्दों के बोझ से भारी नहीं होनी चाहिए, यह एक तरह से कवि-कर्म की प्राथमिक सीख है. देवयानी चाहती ...
फरवरी का प्रेम गुलाब की तरह सुर्ख होता आया है, पर अम्बर की इन कविताओं में वह स्त्री का निकला ...
‘सुंदर सपने जितना छोटा होता है कम रुकता है कैलेंडर इसकी मुँडेर पर जैसे सामराऊ स्टेशन पर दिल्ली-जैसलमेर इंटर्सिटी’ ...
शिरीष मौर्य इधर थीम केंद्रित कविता- शृंखलाओं पर काम कर रहें हैं. 'रितुरैण', ‘चर्यापद’ और ‘राग पूरबी’ के बाद ‘आत्मकथा’ ...
‘अब मैं इतना दरिद्र हुआकि मुझ पर अब किसी केप्रेम का कर्ज़ भी नहीं.’ कवि राहुल राजेश आज उस मोड़ पर ...
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