मैनेजर पाण्डेय : दृष्टि और मीमांसा : राजाराम भादू
प्रख्यात आलोचक मैनेजर पाण्डेय के अस्सीवें वर्ष में समालोचन उनकी कृतियों को केंद्र में रखकर ‘आलोचना का आलोक’ आयोजन में ...
Home » मैनेजर पाण्डेय » Page 2
प्रख्यात आलोचक मैनेजर पाण्डेय के अस्सीवें वर्ष में समालोचन उनकी कृतियों को केंद्र में रखकर ‘आलोचना का आलोक’ आयोजन में ...
अस्सीवें में पहुंच रहे मैनेजर पाण्डेय अपने लेखन में नियमित हैं. इधर पांच वर्षों में मेरे देखने में उनकी पांच ...
हीरा पायो गांठ गठियायो ...
साहित्य ही नहीं समाज को भी निर्भय आलोचकों की जरूरत होती है. मैनेजर पाण्डेय अपनी आलोचना से ये दोनों कार्य ...
वरिष्ठ आलोचक प्रो. मैनेजर पाण्डेय आगामी २३ सितम्बर को अपने जीवन के अस्सीवें वर्ष में प्रवेश कर रहें हैं. आलोचक ...
आज यह भुला दिया गया है कि आलोचना के लिए पहले एक साहित्य-सिद्धांत की जरूरत होती है. कई बार बड़े ...
भारत और इंग्लैण्ड के तथाकथित ‘साझे रिश्ते’ (जिसे अक्सर राजनेता ब्रिटेन के सरकारी दौरों पर दुहराते रहते हैं) बराबरी और ...
महान संपादक आचार्य महावीरप्रसाद द्विवेदी को १९३३ में काशी नागरी प्रचारिणी सभा की ओर से एक अभिनंदन ग्रन्थ भेंट किया ...
आलोचना भी रचना है. साहित्य के संदर्भ से वह समाज और संस्कृति के प्रश्नों तक जाती है. वरिष्ठ आलोचक मैनेजर ...
हिंदी का आलोचना-साहित्य गंभीर और विस्तृत है. यह अपने समय और समाज से गहरे जुड़ा है. इसके परिसर में देसी–परदेशी ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2010-2023 समालोचन | powered by zwantum