रूमी की ग़ज़लें : अनुवाद बलराम शुक्ल
(रूमी का मक़बरा,कोन्या, तुर्की)शायर-सूफी मौलाना मुहम्मद जलालुद्दीन रूमी (१२०७) की रूबाईयां और ग़ज़लें विश्व की सभी भाषाओँ में अनूदित हुईं ...
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