पेद्रो पारामो : जुआन रुल्फो
हिंदी अनुवाद : अजित हर्षे
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हिंदी अनुवाद : अजित हर्षे
युवा कथाकार आयशा आरफ़ीन की कहानियाँ पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं. उड़िया से हिंदी में अनुवाद करती हैं. अंग्रेजी के ...
सविता सिंह की इन नयी कविताओं में शहर है जो छूट गया था, दोस्त हैं जिनकी छवियाँ बदल गई हैं. ...
दस आधुनिक भारतीय चित्रकारों पर अशोक वाजपेयी से पीयूष दईया की बातचीत पर आधारित यह सुदीर्घ आलेख चित्रकारों और कला-गतिविधियों ...
इतिहास-लेखन कितना संवेदनशील और राजनीतिक है, यह कहने की आवश्यकता नहीं है. रसूल हमज़ातोव (मेरा दाग़िस्तान) ने ठीक ही लिखा ...
स्पेनिश भाषा में 1955 में प्रकाशित युआन रूल्फ़ो के उपन्यास पेद्रो पारामो का ठंडा स्वागत हुआ. कुछ कृतियाँ अपने होने ...
पिंजरे में क़ैद किसी घायल पक्षी की तड़प. विख्यात लेखिका तेजी ग्रोवर के इस ‘आत्मगल्प’ को पढ़ते हुए यह बिम्ब ...
‘वक़्त-ज़रूरत’, कथा, आलोचना और संपादन में भी सक्रिय अविनाश मिश्र (5 जनवरी, 1986) का तीसरा कविता संग्रह है जो अभी-अभी ...
पुराने शहर ऐसे उपन्यास की तरह हैं जिनके अध्यायों को समय ने समय-समय पर लिखा है. इनमें आंतरिक संवाद है. ...
शायरी का ख़ुदा कहे जाने वाले मीर तक़ी मीर (1723-1810) की कविताओं की मार्मिकता दिल में बस जाती है. प्रेम ...
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