शार्ल बोदलेअर: मदन पाल सिंह
शार्ल बोदलेअर (9 अप्रैल,1821 – 31 अगस्त,1867) फ्रेंच कविता में आधुनिकता के प्रवर्तकों में से एक माने जाते हैं, प्रतीकवाद ...
Home » Le Spleen de Paris
शार्ल बोदलेअर (9 अप्रैल,1821 – 31 अगस्त,1867) फ्रेंच कविता में आधुनिकता के प्रवर्तकों में से एक माने जाते हैं, प्रतीकवाद ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2010-2022 समालोचन | powered by zwantum