जब दो अक्टूबर आता है, मन आशंकाओं से भर जाता है. न जाने इस बार गांधी को किस तरह से...
लेखन के कारण और उसकी प्रक्रिया को लेकर लेखकों से अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं. काव्य-शास्त्र से लेकर आधुनिक आलोचना...
मूलत: पादरी रहे अर्नेस्तो कार्देनाल ने ‘जीरो आवर’ कविता को 1950 के दशक में लिखना शुरू किया और यह मूल...
वरिष्ठ कथाकार रत्नकुमार सांभरिया (1956) के सपेरों के जीवन पर आधारित उपन्यास ‘साँप’ को वर्ष 23-24 का राजस्थान साहित्य अकादमी...
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