मार्क्स की मूँछ से बाल झड़ रहे हैं : संतोष अर्श
युवा आलोचक संतोष अर्श का मोनिका कुमार के कवि कर्म पर यह आलेख गहराई से न केवल मोनिका की कविताओं ...
युवा आलोचक संतोष अर्श का मोनिका कुमार के कवि कर्म पर यह आलेख गहराई से न केवल मोनिका की कविताओं ...
हिंदी के वरिष्ठ और विशिष्ट कवि नरेश सक्सेना से युवा आलोचक-कवि संतोष अर्श की यह दीर्घ बातचीत अब यहाँ सम्पूर्ण ...
कोरोना जैसी महामारियाँ सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक के साथ-साथ नैतिक संकट भी खड़ा करती हैं. अब तक अर्जित और प्रचारित सभी ...
वरिष्ठ कवि नरेश सक्सेना से युवा आलोचक संतोष अर्श की बातचीत का यह दूसरा हिस्सा प्रस्तुत है जो फिल्मों और ...
हिंदी के वरिष्ठ कवि नरेश सक्सेना अपनी कविताओं के साथ-साथ कविता पर रोचक, अर्थगर्भित बातचीत के लिए भी जाने जाते ...
कथाकार कवि उदय प्रकाश का नया कविता संग्रह ‘अम्बर में अबाबील’ अभी-अभी वाणी प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है. इस संग्रह ...
कवि केदारनाथ सिंह का गद्य ललित और रोचक है, उसमें जगह-जगह कविता दिख जाती है. ‘क़ब्रिस्तान में पंचायत’ में उनके ...
“एक ही फन हमने सीखा है,जिस से मिलिये उसे ख़फा कीजिये ” (जॉन एलिया)मुद्राराक्षस (२१ जून १९३३- १३ जून २०१६) ...
(फोटो आभार : Krishna Samiddha)नरेश सक्सेना ने कहीं लिखा है कि ‘कविता ऐसी जो बुरे वक्त में काम आए.’ तमस ...
(पेंटिग: लाल रत्नाकर)युवा संतोष अर्श शोध और आलोचना के क्षेत्र में जहाँ ध्यान खींच रहे हैं वहीँ उनकी कविताएँ भी ...
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