संदीप नाईक की ये कविताएँ वैसे तो जनवरी में ही प्रकाशित हो जानी थी. ये कविताएँ वर्ष की शुरुआत की आशा से भरी...
भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित ‘स्मृतियों का बाइस्कोप’ शैलेंद्र शैल के स्मरणों का संग्रह है जिसमें आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी, डॉ,...
मध्यकाल के कवि केवल कवि नहीं थे, जैसे कबीर निरे कवि नहीं हैं, रैदास भी उसी तरह से भारतीय समाज...
वरिष्ठ लेखिका अनामिका का उपन्यास \'आईनासाज़\' इस वर्ष राजकमल प्रकाशन से छप कर आया है. इसको देख-परख रहें हैं अर्पण...
देवकीनन्दन खत्री द्वारा रचित उपन्यास ‘चन्द्रकान्ता सन्तति’ हिंदी में अब एक क्लैसिक की हैसियत रखता है. आलोचना ने जिसे शुरू...
अम्बर पाण्डेय की कविताएँ और कहानियाँ आपने पढ़ी हैं, इधर वह उपन्यास लिख रहें हैं. इस उपन्यास का नायक एक...
विजया सिंह चंडीगढ़ में अंग्रेज़ी पढ़ाती हैं और फ़िल्मों में रुचि रखती हैं. उनकी किताब Level Crossing: Railway Journeys in...
यूरोप में राष्ट्र राज्य-और उपन्यासों का उदय साथ-साथ हुआ, लोकतंत्रात्मक समाज की ही तरह उपन्यासों में भी तरह-तरह के पात्र...
आदित्य शुक्ल की यह पहली कहानी है जो समालोचन पर प्रकाशित हो रही है. उनकी कुछ कविताएँ, अनुवाद और गद्य...
श्रीवन विक्रम मुसफ़िरप्रकाशक : आधार प्रकाशन एस.सी.एफ. 267सेक्टर-16 पंचकूलामूल्य: 150विक्रम मुसाफ़िर (जन्म 7 सितम्बर, 1981, शिमला) के उपन्यास \'श्रीवन\' की समीक्षा...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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