साहित्य

समाज अध्ययन के पुनर्गठन का घोषणा-पत्र:  नरेश गोस्वामी

पुनश्च : नरेश गोस्वामी

नरेश गोस्‍वामी के कथाकार ने अपने लिए जो प्रक्षेत्र चुना है वह पढ़े लिखे आदर्शवादी युवाओं के मोहभंग और उनकी...

संजय कुंदन की कविताएं

कविता कवि और उसके परिवेश के बीच आकार लेती है. समर्थ कविताएँ अपने समय से टकराती हैं, बहुस्तरीय, दृश्य-अदृश्य, और...

गिरधर राठी : नाम नहीं (कविताएँ )

गिरधर राठी साहित्य अकादेमी की त्रैमासिक पत्रिका ‘समकालीन भारतीय साहित्य’ के लम्बे समय तक संपादक रहें हैं. उनके चार कविता...

Page 108 of 162 1 107 108 109 162

फ़ेसबुक पर जुड़ें