युवा पीढ़ी के बेहद प्रतिभाशाली कवि. कुछ नयी कविताएँ प्रस्तुत हैं.
नामचीन चित्रकार रामकुमार से कलाकर्मी पीयूष दईया का यह संवाद अद्भुत है. इसमें कुछ प्रश्नों के उत्तर भर जान लेने...
कवि परमेश्वर फुंकवाल की सिक्किम यात्रा.
मार्खेज़ की यह कहानी १९६२ में प्रकाशित हुई थी, इसे लैटिन अमेरिका की संस्कृति और जीवन पर एक व्यंग्यात्मक आख्यान...
वैसे तो उपन्यासों पर आधारित फिल्में बनती रहती हैं, पर विनोद कुमार शुक्ल के उपन्यास ‘नौकर की कमीज’ पर फ़िल्म...
युवा चर्चित कवि गिरिराज किराडू किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. हिंदी कविता का समकालीन चेहरा उन्हें शामिल किए बिना...
रंग–पर्व पर आशुतोष दुबे की इन कविताओं में ऋतु के करवट लेने की आहट है, हर रंग का अपना निहितार्थ...
'मिलकर वे दोनों प्राणी/दे रहें खेत में पानी'. (त्रिलोचन) प्रेम, दाम्पत्य और वासंती बयार की अनगिन अभिव्यक्तियाँ कविता में बिखरी...
समकालीन हिंदी कविता दुहराव और घिस चली भंगिमाओं के एक मकड़जाल में है. न जाने कवि किस दुनिया की चाह...
मुक्तिबोध ने कुँवर नारायण को ‘कविता में अंतरात्मा की पीड़ित विवेक चेतना और जीवन की आलोचना’ का कवि कहा है....
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