जहाँ शिक्षा और आलोचनात्मक सोच को पर्याप्त प्रोत्साहन नहीं मिलता, वहाँ पर्यावरणीय ही नहीं, बौद्धिक प्रदूषण भी समान गति से...
किसी देश और उसके समाज का आईना देखना हो तो उर्दू के मशहूर कथाकार असद मोहम्मद ख़ान की कहानी ‘संजीदा...
गांधी की आलोचना की जा सकती है, लेकिन उनसे प्यार करना नहीं छोड़ा जा सकता. ऐसा व्यक्ति सभ्यता का अर्जित...
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 156वीं जयंती है और पूरी दुनिया उनकी स्मृति में ‘अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ मना रही है....
पुराणों की कथा कहने का अधिकार किसके पास है, यह विषय हाल के दिनों में चर्चा में था. क्या इस...
क्रिकेट मैच तो आपने बहुत देखे होंगे, लेकिन उन पर लिखी कविताएँ शायद ही पढ़ी हों. जावेद आलम ख़ान की...
जापान में दाजाया ओसामू (1909–1948) की कब्र पर हर वर्ष 19 जून को लोग एकत्र होते हैं. उत्सव मनाते हैं....
‘अपनों में नहीं रह पाने का गीत’ तथा ‘बंजारा नमक लाया' के बाद ‘अबके मरेंगे तो बदली बनेंगे’ प्रभात की...
अरुन्धति रॉय समकालीन महत्वपूर्ण लेखिका तो हैं ही, वे उन कुछ लेखकों के सिलसिले में भी हैं जिन्होंने अपने शब्द...
वरिष्ठ आलोचक रोहिणी अग्रवाल ने आयशा आरफ़ीन की कहानी ‘स्वाहा’ के संदर्भ में यह सवाल उठाया है कि ‘कहानीपन का...
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