आधुनिक भारत के निर्णायक व्यक्तित्व गांधी और सौंदर्य, प्रतिभा तथा चेतना की प्रतिमूर्ति सरलादेवी चौधरानी के बीच विचलित कर देने...
‘आउशवित्ज़: एक प्रेम कथा’, स्त्रीवादी लेखिका और आलोचक गरिमा श्रीवास्तव का पहला उपन्यास है. 2018 में प्रकाशित क्रोएशिया प्रवास की...
समालोचन पर किंशुक गुप्ता की यह तीसरी कहानी है, उनकी कहानियाँ हिंदी और अंग्रेजी की अन्य पत्रिकाओं में भी इधर...
भारत जैसे देश में विडम्बनाओं का अंत नहीं, जिस संस्कृति ने प्रेम और दाम्पत्य का अद्भुत ग्रन्थ ‘कामसूत्र’ दिया हो,...
वरिष्ठ कथाकार मिथिलेश्वर (जन्म: 31दिसम्बर,1950) का नया कहानी संग्रह, ‘‘रैन भई चहुँ देस’ इन्द्रप्रस्थ प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है. यह...
कवि त्रिलोचन की मानें तो- ‘ग़ालिब गैर नहीं हैं, अपनों से अपने हैं.’ हिंदी को भले ही उर्दू से परहेज़...
अंधेरे दौर का एक उजला दस्तावेज़ प्रणव प्रियदर्शी पता नहीं यह गफलत कैसे हुई, पर मैं फरीद खां की नई...
आज प्यारे विष्णु खरे (9 फरवरी, 1940 - 19 सितंबर, 2018 जीवित रहते तो हम लोग उनका 82 वां जन्म...
प्रख्यात लेखिका, दार्शनिक, नाट्य और फ़िल्म निर्देशक सूसन सौन्टैग (16 जनवरी, 1933 – दिसम्बर 28, 2004) अपने समय की प्रसिद्ध...
रहीम (17 दिसम्बर, 1556 - 1 अक्तूबर, 1627) मध्यकाल के दुर्लभ सांसारिक कवि हैं, इस अर्थ में आधुनिक भी. उनकी...
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