समीक्षा

कहीं अधिक बड़े सच का लिबास है ‘श्रीवन’ का पागलपन : विनोद शाही

श्रीवन विक्रम मुसफ़िरप्रकाशक : आधार प्रकाशन एस.सी.एफ. 267सेक्टर-16 पंचकूलामूल्य: 150विक्रम मुसाफ़िर (जन्म 7 सितम्बर, 1981, शिमला) के उपन्यास \'श्रीवन\' की समीक्षा आलोचक विनोद शाही ने लिखी है. ऐसा कभी कभी होता...

परख : वैधानिक गल्‍प (चन्दन पाण्डेय) : श्रीकान्‍त दुबे

राजकमल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित कथाकार चन्दन पाण्डेय का उपन्यास ‘वैधानिक गल्प’ इसी पुस्तक मेले में लोकार्पित हुआ है. इस उपन्यास पर यह पहली समीक्षा श्रीकान्‍त दुबे द्वारा आपके लिए. धधकते वर्तमान...

परख : तुमड़ी के शब्द (बद्री नारायण) : सदाशिव श्रोत्रिय

राजकमल से प्रकाशित बद्री नारायण के नवीनतम कविता संग्रह \'तुमड़ी के शब्द\' की समीक्षा सदाशिव श्रोत्रिय कर रहें हैं.                               बद्री नारायणतुमड़ी के शब्दों  का अंतर्लोक              ...

दक्षिणायन (प्रचण्ड प्रवीर) : वागीश शुक्ल

दक्षिणायन (प्रचण्ड प्रवीर) : वागीश शुक्ल

कथाकार गैब्रिएल गार्सिया मार्खे़ज़ ने मेंदोजा से बातचीत में यह स्वीकार किया है कि उनके उपन्यासों में एक भी पंक्ति ऐसी नहीं है जो वास्तविकता पर आधारित न हो. लातीन...

परख : माटी पानी (सदानन्द शाही) : रोहिणी अग्रवाल

सदानंद शाही कविताएँ भी लिखते  हैं. उनकी २०१३ से २०१७ के बीच की कविताओं का प्रकाशन लोकायत (वाराणसी) ने \'माटी पानी\' शीर्षक से  किया है, इसमें हिंदी के साथ-साथ भोजपुरी...

उत्तरायण (प्रचण्ड प्रवीर) : वागीश शुक्ल

आई. आई. टी. दिल्ली से रासायनिक अभियांत्रिकी में स्नातक प्रचण्ड प्रवीर हिंदी के बीहड़ लेखक हैं. उनकी कहानियों की बौद्धिक सघनता और शिल्प के नवाचार ने हिंदी कहानी को एक...

अम्बर में अबाबील (उदय प्रकाश) : संतोष अर्श

कथाकार कवि उदय प्रकाश का नया कविता संग्रह ‘अम्बर में अबाबील’ अभी-अभी वाणी प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है. इस संग्रह की बहुत दिनों से प्रतीक्षा थी. और युवा आलोचक संतोष...

परख : आलोचना के परिसर : मीना बुद्धिराजा

आलोचना के परिसर गोपेश्वर सिंहवाणी प्रकाशन, नयी दिल्लीप्रथम संस्करण-2019मूल्य- रू. 695आलोचक गोपेश्वर सिंह की \'आलोचना के परिसर\' पुस्तक इसी वर्ष वाणी प्रकाशन से छप कर आयी है. इस कृति को देख परख रहीं हैं...

परख: परस्पर: भाषा-साहित्य-आंदोलन (राजीव रंजन गिरि)

‘खड़ी बोली’ को राष्ट्र भाषा ‘हिंदी’ बनाने के लिए जहाँ लम्बा संघर्ष किया गया वहीं अंग्रेजी और अन्य भारतीय भाषाओं के साथ उसके अंतर्विरोधों से भी भरसक लड़ा गया. उपनिवेश...

परख : योगफल (अरुण कमल) : मीना बुद्धिराजा

योगफलअरुण कमलवाणी प्रकाशन, नयी दिल्लीप्रथम संस्करण -2019मूल्य- रू. 295प्रसिद्ध हिंदी कवि अरुण कमल की २०११ से २०१८ के बीच लिखी गयी कविताओं का संग्रह ‘योगफल’ इस वर्ष वाणी प्रकाशन से...

Page 20 of 24 1 19 20 21 24

फ़ेसबुक पर जुड़ें