अनुवाद

ख़ोर्ख़े लुई बोर्खेज़ गोल खंडहर: अनुवाद: सुशांत सुप्रिय

ख़ोर्ख़े लुई बोर्खेज़ गोल खंडहर: अनुवाद: सुशांत सुप्रिय

अर्जेंटीना के कवि, लेखक और अनुवादक  ख़ोर्ख़े  लुई बोर्खेज़  (Borges) स्पेनी (Spanish) साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान रख्रते हैं. कहानी 'The Circular Ruins' (Las ruinas circulares) का प्रकाशन दिसम्बर १९४० में...

गुंटर ग्रास : विष्णु खरे

गुंटर ग्रास : विष्णु खरे

महान जर्मन लेखक गुंटर ग्रास (१६ अक्तूबर १९२७-१३ अप्रैल २०१५) का भारत से गहरा रिश्ता था. उनकी विख्यात कृति ‘त्सुंगे त्साइगेन’ (show your tongue) कोलकाता को केंद्र में रखकर रची...

ओसिप मन्देलश्ताम : अनिल जनविजय

बरीस पास्तेरनाक और अन्ना अख़्मातवा के समकालीन विद्रोही कवि ओसिप मन्देलश्ताम से हिंदी अल्प परिचित है. न केवल उनका लेखन बल्कि उनका जीवन भी सत्ता के लिए चुनौती बना रहा....

चिनुआ अचेबे: मृतकों का मार्ग: अनुवाद: सुशांत सुप्रिय

चिनुआ अचेबे: मृतकों का मार्ग: अनुवाद: सुशांत सुप्रिय

चिनुआ अचेबे (Chinua Achebe) अपने पहले उपन्यास ‘Things Fall Apart (1958)’ के कारण आधुनिक अफ्रीकी साहित्य में ख्यात हैं, इसके साथ ही अचेबे भाषा और साहित्य के अच्छे आलोचक भी...

मारियो वर्गास लोसा:  अनुवाद: सरिता शर्मा

मारियो वर्गास लोसा: अनुवाद: सरिता शर्मा

उपन्यासों का आधुनिक राष्ट्र राज्य से गहरा नाता है, एक तरह से वे आधुनिक समय के महाकाव्य हैं. बेनेडिक्ट एंडरसन ने राष्ट्र को ‘कल्पित जनसमुदाय’ माना है, इतिहासकार पार्थ चटर्जी...

मार्खेज़: विशाल पंखों वाला बहुत बूढ़ा आदमी: अनुवाद: सुशांत सुप्रिय

मार्खेज़: विशाल पंखों वाला बहुत बूढ़ा आदमी: अनुवाद: सुशांत सुप्रिय

मार्खेज़ की चर्चित कहानी 'A Very Old Man with Enormous Wings' (1955) का हिंदी में बहुत अच्छा अनुवाद सुशांत सुप्रिय ने किया है. कहानी के बारे में पढ़ कर खुद...

मार्खेज़: बड़ी अम्मा का फ्यूनरल: अनुवाद: अपर्णा मनोज

मार्खेज़: बड़ी अम्मा का फ्यूनरल: अनुवाद: अपर्णा मनोज

मार्खेज़ की यह कहानी १९६२ में प्रकाशित हुई थी, इसे लैटिन अमेरिका की संस्कृति और जीवन पर एक व्यंग्यात्मक आख्यान के रूप में देखा जाता है, यह एक महिला राजनीतिक...

फ्रेंच कविताएँ : मदन पाल सिंह

फ्रेंच पेंटर :Jean-Léon Gérômesnak : carpet-merchants-1887-minneapolisअनुवाद दो संस्कृतियों के बीच सेतु है. एक ऐसा सेतु जिससे साहित्य का अवागमन होता है. अनुवाद मूल से ही अपनी भाषा में होने चाहिए. कविता...

एलिस मुनरो (एमंडसैन) : अपर्णा मनोज

एलिस मुनरो (एमंडसैन) : अपर्णा मनोज

एलिस मुनरो को २०१३ के साहित्य के नोबल पुरस्कार मिलने के बाद उनके व्यक्तित्व के प्रति उत्सुकता और कृतित्व को लेकर उत्साह स्वाभाविक है. लेखिका-अनुवादक अपर्णा मनोज ने उनकी एक...

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