इज़ाबेल अलेंदे: न्यायाधीश की पत्नी: सुशांत सुप्रिय
इज़ाबेल अलेंदे (चीले,१९४२) लातिन अमेरिकी कथा-जगत की मशहूर हस्ती हैं, उन्हें मार्केज़ और नेरुदा से प्रभावित माना जाता है, स्त्री के अनुभवों पर आधारित उनकी कहानियों में मिथ और यथार्थ ...
इज़ाबेल अलेंदे (चीले,१९४२) लातिन अमेरिकी कथा-जगत की मशहूर हस्ती हैं, उन्हें मार्केज़ और नेरुदा से प्रभावित माना जाता है, स्त्री के अनुभवों पर आधारित उनकी कहानियों में मिथ और यथार्थ ...
स्पेनिश भाषा में लिखने वाले फ़र्नांडो सोर्रेंटीनो की कैफ़ी हाशमी द्वारा हिंदी में अनूदित कहानी ‘जीवनशैली’ समालोचन पर आप पढ़ चुके हैं. प्रस्तुत कहानी ‘वापसी’ का अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद...
कभी कंप्यूटर प्रोग्रामर रहे जे. एम. कोएट्जी (जन्म: 9 February 1940) आज अंग्रेजी भाषा और विश्व के बड़े उपन्यासकारों में एक हैं. उनका उपन्यास Disgrace १९९९ में प्रकाशित हुआ था,...
अर्जेंटीना के लेखक फर्नांडो सोर्रेंटिनो (जन्म: 8 नवंबर, 1942) स्पेनिश भाषा में लिखते हैं. अब तक उनके छह कहानी-संग्रह प्रकाशित हुए हैं जिनका पन्द्रह से अधिक भाषाओं में अनुवाद हो...
माणिक बंद्योपाध्याय(9 May 1908 – 3 December 1956) की १९४४ में लिखी प्रसिद्ध कहानी ‘स्वामी-स्त्री’ का बांग्ला से हिंदी में अनुवाद शिव किशोर तिवारी ने किया है. माणिक दा ने ३६...
अंग्रेजी भाषा में लिखने वाली अमेरिकी कवयित्री लुइज़ ग्लुक (जन्म : २२ अप्रैल १९४३) को उनकी कविताओं के लिए २०२० के नोबेल की घोषणा के बाद हिंदी में उनकी...
उत्तर औपनिवेशिकता और सबाल्टर्न अध्ययन से संबद्ध सुदीप्त कविराज दक्षिण एशियाई राजनीति और बौद्धिक इतिहास के विशेषज्ञ हैं, सम्प्रति कोलम्बिया विश्वविद्यालय के मध्य पूर्वी, दक्षिण एशियाई और अफ्रीकी अध्ययन विभाग...
लगभग एक दशक से समालोचन पर आप विश्व के स्तरीय साहित्य का अनुवाद पढ़ते आ रहें हैं. कोशिश रहती है कि प्रामाणिक और बेहतर अनुवाद आपको मिले. संसार के महानतम...
नस्ली या सांस्कृतिक शुद्धता का आग्रह मनुष्य को गहरे संकट में डाल सकता है/डालता आया है. विकास की लम्बी और बेतरतीब प्रक्रिया में सभ्यता का निर्माण ही मेल और मिलावट...
illustration: Juliana Barbosaकचरा बीनने वाली अश्वेत कैरोलिना मारिया दे जीसस की डायरी १९६० में प्रकाशित हुई थी और आज विश्व साहित्य में उसकी अपनी ख़ास जगह है. हो सकता है...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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