पहली चीज : उम्बर्तो एको (अनुवाद – जितेन्द्र भाटिया)
आई.आई.टी से केमिकल इंजीनियरिंग में पीएच.डी जितेन्द्र भाटिया (जन्म : १९४६) के विदेशी भाषाओं के अनुवाद ‘सोचो साथ क्या जाएगा’ स्तम्भ के अंतर्गत बरसों बरस कथादेश में प्रकाशित होकर अपार...
आई.आई.टी से केमिकल इंजीनियरिंग में पीएच.डी जितेन्द्र भाटिया (जन्म : १९४६) के विदेशी भाषाओं के अनुवाद ‘सोचो साथ क्या जाएगा’ स्तम्भ के अंतर्गत बरसों बरस कथादेश में प्रकाशित होकर अपार...
साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित गैब्रिएल गार्सिया मार्खेज़ के कहानी संग्रह ‘Strange Pilgrims’ का अंग्रेजी अनुवाद १९९२ में प्रकाशित हुआ था जिसमें बारह कहानियां हैं. ‘I Sell My...
अमेरिकी कवि टोनी हॉगलैंड अब नहीं हैं. ६४ वर्ष की अवस्था में २०१८ में उनका निधन हो गया. २००३ में प्रकाशित कविता संग्रह ‘What Narcissism Means to Me’ में शामिल...
राजविन्दर मीर की इन पंजाबी कविताओं के रुस्तम सिंह के इस हिंदी अनुवाद को पढ़ते हुए पहले तो इस बात का दुःख हुआ कि मुझे पंजाबी क्यों नहीं आती है....
विश्व के बड़े लेखकों में शामिल मिलान कुंदेरा (Milan Kundera : जन्म- 1 April 1929) की कहानियों का संग्रह Laughable Loves मूल रूप से १९६९ में चेक भाषा में प्रकाशित हुआ...
Sleeping Beauty and the Airplane’ गैब्रिएल गार्सिया मार्खेज़ (6 March 1927: 17 April 2014) के 1992 में प्रकाशित कहानी संग्रह ‘Strange Pilgrims’ में संकलित है. प्रस्तुत हिंदी अनुवाद Edith Grossman...
भुचुंग डी सोनम तिब्बत के महत्वपूर्ण कवि हैं, निर्वासन की उनकी कविताओं ने विश्व में प्रतिष्ठा प्राप्त की है. हिंदी में उन्हें प्रस्तुत कर रहीं हैं अनुराधा सिंह, कविताओं का...
कोरोना का कहर चीन में दिसम्बर (२०१९) से शुरू हो गया था. अब वह इस पर जीत के जश्न की मुद्रा में है. कहानी सिर्फ इतनी नहीं है ? इस...
\'संजुक्ता दासगुप्ता अंग्रेज़ी की प्रतिष्ठित कवयित्री हैं. उनके छह कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं— Snapshots (1996), Dilemma (2002), First Language (2005), More Light (2008), Lakshmi Unbound (2017) और Sita’s...
अमरीकन कथाकार Tobias Wolff (जन्म: जून १९, १९४५) की कहानी ‘Say Yes’ का लेखक-अनुवादक यादवेन्द्र द्वारा हिंदी रूपांतरण ‘हां बोल दो न’ पढ़ते हुए लगता है कि आप किसी टिक-टिक करते...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2010-2023 समालोचन | powered by zwantum