गणितीय अंकों का आख्यान: सुमीता ओझा
गणितज्ञ रामानुजन की स्मृति में 22 दिसम्बर को प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है. सुमीता ओझा साहित्य के साथ गणित में भी रुचि और गति रखती है. ऐसा...
गणितज्ञ रामानुजन की स्मृति में 22 दिसम्बर को प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है. सुमीता ओझा साहित्य के साथ गणित में भी रुचि और गति रखती है. ऐसा...
दर्शन गूढ़ है पर जटिलता तो आधुनिक युग की विशेषता ही है. अवधारणाओं को सहज करके समझने की भी सीमा होती है. जैसे शास्त्रीय संगीत सुनने के लिए हम अपनी...
विनोद शाही सच्चे अर्थों में चिंतक-लेखक हैं. उनकी आलोचना दृष्टि में साहित्य, समाज और उनसे जुड़ी विचारधाराओं की गत्यात्मकता की बड़ी भूमिका रहती है. प्रस्तुत लेख एक तरह से भारतीय...
प्रचण्ड प्रवीर हिंदी के उन दुर्लभ कथाकारों में से एक हैं जो दर्शन में रूचि और गति रखते हैं. रस सिद्धांत पर उनकी एक किताब प्रकाशित है. भारतीय दर्शन में...
यशदेव शल्य (26 जून,1928- 31 जनवरी, 2021) हिन्दी में लिखने वाले विश्वस्तरीय मौलिक दार्शनिक थे. आधुनिक दार्शनिकों में यशदेव शल्य इस अर्थ ने अद्भुत थे कि उन्होंने दर्शन की कहीं...
कार्टून- डेविड लेविनयहूदी मूल के महान डच दार्शनिक स्पिनोज़ा (२४ नवम्बर १६३२ : २१ फ़रवरी १६७७) की कृतियों का हिन्दी में समुचित अनुवाद हो और सम्बन्धित दार्शनिक प्रत्ययों पर उचित...
एडोर्नो (Theodor W. Adorno, September 11, 1903 – August 6, 1969) बीसवीं सदी के प्रसिद्ध दार्शनिक, समाज-वैज्ञानिक और संस्कृति- आलोचक हैं. वे ऐसे शायद पहले विचारक हैं जिन्होंने दर्शन और संगीत...
फ़्रांसिसी दार्शनिक बौद्रिला (Jean Baudrillard, 27 July 1929 – 6 March 2007) बीसवीं शताब्दी के महत्वपूर्ण चिंतकों में शामिल हैं, खासकर उत्तर-आधुनिकता और उपभोक्तवाद को समझने के लिए उन्हें जरुर...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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