अशोक अग्रवाल : कोरस
किसी भी भारतीय लेखक के लिए पांच दशकों का सक्रिय रचनात्मक जीवन आसन नहीं होता, ख़ासकर हिंदी का कथाकार जो ...
किसी भी भारतीय लेखक के लिए पांच दशकों का सक्रिय रचनात्मक जीवन आसन नहीं होता, ख़ासकर हिंदी का कथाकार जो ...
‘गुलमेहंदी की झाड़ियाँ’, ‘भूगोल के दरवाजे पर’, ‘जंगल में दर्पण’ (कहानी संग्रह), लौटती नहीं जो हंसी (उपन्यास) आदि के लेखक ...
युवा कथाकार तरुण भटनागर की यह कहानी विस्मित करती है. आदिवासी समाज की संवेदना और यथार्थ के कई आयाम यहाँ ...
उपन्यास अंश उपन्यासकार D.H.Lawrence पर लिखते हुए आलोचक F.R. Leavis ने उनके उपन्यासों के लयात्मक वर्णन, काव्यत्मक दृश्यों, पर्यावरण और वातावरण ...
सईद अय्यूब : १-जनवरी,१९७८. कुशीनगर (उत्तर-प्रदेश)उच्च क्षिक्षा जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से अमेरिकन इंस्टीट्यूट आफ इंडियन स्टडीज में अध्यापनसंस्थापक, ...
उर्दू से :रिज़वानुल हक़ : १५ जुलाई १९७१,महमूदाबादउर्दू अदब और सिनेमा पर JNU से M.phil.,Ph.D.युवा कथाकार. भारत और पाकिस्तान के ...
सतीश जायसवालजन्मः 17 जून 1942मूलतः कथाकार. 1982 में राजकमल से प्रकाशित कहानी-संग्रह ‘जाने किस बंदरगाह पर’ से चर्चित. ताज़ा संग्रह ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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