जीवनानन्द दाश : एक उदास कवि: कल्लोल चक्रवर्ती
वरिष्ठ लेखक-संपादक गिरधर राठी जीवनानन्द दाश की कालजयी कविता ‘वनलता सेन’ के विषय में लिखते हैं, ‘दशकों से, अर्थ विवेचन ...
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वरिष्ठ लेखक-संपादक गिरधर राठी जीवनानन्द दाश की कालजयी कविता ‘वनलता सेन’ के विषय में लिखते हैं, ‘दशकों से, अर्थ विवेचन ...
जीवनानंद दास (17 February 1899- 22 October 1954) साहित्य अकादेमी द्वारा पुरस्कृत पहले बांग्ला कवि हैं. उन्हें ‘कवियों के कवि’ ...
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