हंसा जाई अकेला : राकेश बिहारी
प्रसिद्ध कथाकार और ‘कथा’ पत्रिका के संपादक मार्कण्डेय (2 मई 1930 - 18 मार्च 2010) की आज पुण्यतिथि है. उन्हें ...
प्रसिद्ध कथाकार और ‘कथा’ पत्रिका के संपादक मार्कण्डेय (2 मई 1930 - 18 मार्च 2010) की आज पुण्यतिथि है. उन्हें ...
ग़ालिब (1797-1869) का जीवन भी उनकी शायरी की ही तरह परतदार है. न उनकी शायरी पूरी खुलती है न वह. ...
युवा आलोचक सन्तोष अर्श का यह आलेख जितना कृष्णा सोबती पर है उतना ही आज के भारतीय लोकतंत्र पर भी. ...
साहित्यकार वैसे ही अपने अंदर चल रहे अंतहीन मुक़दमों के वादी-प्रतिवादी की भूमिका में रहते हैं. पर कभी-कभी उन्हें बाहर ...
आलोचना ही ऐसा क्षेत्र है जिसमें हिंदी साहित्य के शिक्षकों ने उल्लेखनीय कार्य किए हैं. आचार्य रामचंद्र शुक्ल, आचार्य हजारी ...
वरिष्ठ कथाकार ओमा शर्मा की समालोचन में प्रकाशित कहानी ‘पुत्री का प्रेमी’ ने साहित्य जगत के मानस को मथ दिया ...
स्वाधीनता संग्राम के दौरान असंख्य लोगों ने वर्षों तक इसकी निराई गुड़ाई करके इसे इस लायक बनाया था कि इसपर ...
एक भाषा की कविता को दूसरी भाषा में लिखते हुए जो हम करते हैं वह अनुवाद है कि पुनर्रचना, वह ...
पराधीन भारत में जनता की दशा-दिशा को समझने के लिए गांधी जी 1915 में हरिद्वार के कुम्भ मेले में शामिल ...
शायरी का ख़ुदा कहे जाने वाले मीर तक़ी मीर (1723-1810) की कविताओं की मार्मिकता दिल में बस जाती है. प्रेम ...
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