सहजता की संकल्पगाथा : त्रिभुवन
69 वर्षीय अमिताभ का पहला और एकमात्र कविता-संग्रह ‘समस्तीपुर और अन्य कविताएँ’ 2023 में प्रकाशित हुआ और इसे इसी वर्ष ...
69 वर्षीय अमिताभ का पहला और एकमात्र कविता-संग्रह ‘समस्तीपुर और अन्य कविताएँ’ 2023 में प्रकाशित हुआ और इसे इसी वर्ष ...
संस्कृत और भारतीय अध्ययन के विश्वप्रसिद्ध विद्वान शेल्डन पोलक के निर्देशन में एलिसन बुश (1969-2019) का शोधकार्य ‘पोएट्री ऑफ किंग्स: ...
लेखक और अनुवादक सुरेश ऋतुपर्ण 1988 से 1992 तक ट्रिनिडाड और टोबैगो स्थित भारतीय उच्चायोग में राजनयिक के रूप में ...
संस्कृति, दर्शन, इतिहास, आधुनिकता, लोकतंत्र, वैज्ञानिक चेतना, सामाजिक न्याय और फासिज़्म जैसे विषयों पर आज हिंदी में सहज, प्रमाणिक और ...
हिंदी के साहित्यकार देश के स्वाधीनता-संघर्ष में भागीदार रहे. आज़ादी के बाद सत्ता से उनके निकट संबंध बने. मैथिलीशरण गुप्त, ...
एडवर्ड सईद की पुस्तक ओरिएंटलिज्म ने पूरब को देखने के पश्चिमी नजरिए में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए गंभीर सवाल खड़े ...
'तमस' उपन्यास के मराठी अनुवाद के लिए साहित्य अकादमी के अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित मराठी तथा हिन्दी के वरिष्ठ लेखक ...
जो स्थिति आज अंग्रेजी भाषा की है, मध्यकाल में लगभग वही स्थान फ़ारसी भाषा का था. 1837 में ईस्ट इण्डिया ...
लेखक-आलोचक गरिमा श्रीवास्तव के स्त्री-आत्मकथाओं पर प्रकाशित आलेखों ने इधर ध्यान खींचा है. इनमें दलित, मुस्लिम स्त्रियाँ हैं. हिंदी, तमिल, ...
भाषाओं के विवाद कितने गम्भीर और निर्णायक होते हैं इसे भारतीय महाद्वीप से अधिक और कौन समझ सकता है? अभी ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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