वी.एस. नायपॉल के साथ मुलाक़ात : सुरेश ऋतुपर्ण
लेखक और अनुवादक सुरेश ऋतुपर्ण 1988 से 1992 तक ट्रिनिडाड और टोबैगो स्थित भारतीय उच्चायोग में राजनयिक के रूप में ...
Home » वी.एस.नायपॉल
लेखक और अनुवादक सुरेश ऋतुपर्ण 1988 से 1992 तक ट्रिनिडाड और टोबैगो स्थित भारतीय उच्चायोग में राजनयिक के रूप में ...
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित वी.एस.नायपॉल के महत्वपूर्ण उपन्यास \'आधा जीवन\' (Half a Life) का तीसरा और अंतिम भाग प्रस्तुत है. इसका अनुवाद जय कौशल ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2010-2023 समालोचन | powered by zwantum