lekhak: फ़रीद ख़ाँ

बुलडोज़र: कविताएँ (दो)

बुलडोज़र: कविताएँ (दो)

बीसवीं शताब्दी को प्रसिद्ध इतिहासकार एरिक हॉब्सबॉम ने अतियों का युग (The Age of Extremes) कहा है. 21वीं शताब्दी में ...

फ़रीद ख़ाँ की कविताएँ

कोरोना, क्वारनटीन और लॉक डाउन ने समूचे विश्व को प्रभावित किया है,  रहने, देखने और सोचने में फ़र्क आया है. ...

जश्न ए दोस्ती की कविताएँ

‘फ़रियाद की कोई लय नहीं है नाला पाबंद-ए-नय नहीं है.’ (ग़ालिब)साहित्य कला है, वह आवाज़, पुकार और मशाल है. वह ...

फ़रीद ख़ाँ की कविताएँ

फरीद खान : 29 जनवरी 1975.पटना. पटना विश्वविद्यालय से उर्दू में एम. ए., इप्टा से वर्षों तक जुडाव.भारतेन्दु नाट्य अकादमी, लखनऊ ...