सलमान खान की सज़ा और फिर जमानत ने संचार माध्यमों में बहस का रूप ले लिया है, न्यायिक और नैतिक...
Read more‘द इंडियन एक्सप्रेस’ समूह की मुंबई से 1951 में शुरू हुई अंग्रेजी फ़िल्म पत्रिका ‘स्क्रीन’ के प्रिंट संस्करण के बंद...
Read moreविश्वयुद्ध की पृष्ठभूमि में इतिहास और भूगोल की यात्रा करती 2013 के आस्कर से सम्मानित पावेल पाव्लिकोस्की की पोलिश फिल्म...
Read moreऐब (AIB) ने जिस तरह से गालियों और अश्लीलता की मार्केटिंग शुरू की है और उसे एक मूल्य में बदल...
Read moreइस वर्ष जब पद्म विभूषण सम्मान से एक साथ दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन को अलंकृत करने की घोषणा हुई...
Read moreपेरिस में ही पैदा हुए दार्शनिक वाल्तेयर अभिव्यक्ति की आज़ादी के सबसे बड़े पैरोकार माने जाते हैं. वह कहा करते...
Read moreसनी लिओने पर विष्णु खरे की टिप्पणी
Read moreदादा साहेब फ़ाल्के : सिनेमा के हस्ताक्षर दिलनवाज़भारतीय सिनेमा के पितामह दादा साहेब फ़ाल्के उर्फ़ धुंदी राज गोविंद फ़ाल्के का जन्म महाराष्ट्र...
Read moreमहाकाव्य और नाटक ने आधुनिक युग में उपन्यास और सिनेमा के रूप में अपना कायांतरण किया. सिनेमा अनंत दर्शक समूह...
Read moreफ़िल्मलेकिन : मिथक का यथार्थगोपाल प्रधान बीसवीं सदी के नब्बे दशक के शुरू में आई फ़िल्म लेकिन कई दृष्टियों से...
Read moreसमालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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