आलेख

भूमंडलोत्तर कहानी- 22: बंद कोठरी का दरवाजा (रश्मि शर्मा): राकेश बिहारी

भूमंडलोत्तर कहानी- 22: बंद कोठरी का दरवाजा (रश्मि शर्मा): राकेश बिहारी

समकालीन कथा-साहित्य पर आधारित स्तंभ ‘भूमंडलोत्तर कहानी’ की २२ वीं कड़ी में आलोचक राकेश बिहारी ‘रश्मि शर्मा’  की कहानी ‘बंद कोठरी का दरवाजा’ की चर्चा कर रहें हैं. यह कहानी...

गांधीवाद रहे न रहे : आनंद पांडेय

(अनन्य प्रकाशन, दिल्लीमूल्य 100 रुपयेपृष्ठ 136)राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन और दर्शन पर अध्येताओं की दिलचस्पी कहीं से भी कम नहीं हुई है चाहे देश हो या विदेश. सत्य, अहिंसा,...

कोरियाई कविता के हिंदी अनुवाद की समस्या: पंकज मोहन

कोरियाई कविता के हिंदी अनुवाद की समस्या: पंकज मोहन

दो भाषाओँ के बीच अनुवाद सांस्कृतिक प्रक्रिया है, मुझे लगता है कि जैसे साहित्य से उस समाज का पता चलता है उसी प्रकार जिस भाषा में अनुवाद हो रहे हैं,...

भूमंडलोत्तर कहानी – २१ : गलत पते की चिट्ठियाँ (योगिता यादव ) : राकेश बिहारी)

राकेश बिहारी ने समकालीन कथा-साहित्य पर अपने स्तंभ ‘भूमंडलोत्तर कहानी’ की शुरुआत लगभग चार वर्ष पूर्व समालोचन पर की थी. आज इसकी २१ वीं कड़ी योगिता यादव की कहानी ‘गलते...

विष्णु खरे: वह अंतिम आदमी

विष्णु खरे: वह अंतिम आदमी

कवि, आलोचक, अनुवादक, पत्रकार, संपादक और फ़िल्म कला मर्मज्ञ विष्णु खरे एक महान पाठक भी थे. उन्हें किसी नवोदित की कोई कविता पढ़कर उससे बात करने में कोई संकोच कभी...

भूमंडलोत्तर कहानी (२०): बारिश के देवता ( प्रत्यक्षा ): राकेश बिहारी

भूमंडलोत्तर कहानी (२०): बारिश के देवता ( प्रत्यक्षा ): राकेश बिहारी

प्रत्यक्षा की कहानी ‘बारिश के देवता’ का चयन २०१८ के ‘राजेन्द्र यादव हंस कथा सम्मान’ के लिए वरिष्ठ कथाकार उदय प्रकाश द्वारा किया गया है. हंस में प्रकाशित कहानियों में...

भाष्य : मंगलेश डबराल का घर और ‘न्यू ऑर्लींस में जैज़’ : शिव किशोर तिवारी

देखते-देखते हम सबके प्रिय मंगलेश डबराल ७० साल के हो गए. अगर कवि अपनी लिखी जा रही कविताओं में ज़िन्दा है तो उसकी उम्र का एहसास नहीं होता. मंगलेश सक्रिय...

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