आशुतोष दुबे की कविताओं में वर्तमान नैतिक संकट की पहचान है, उससे टकराने की एक शालीन सी कोशिश भी है....
विपिन चौधरी २ अप्रैल १९७६, भिवानी (हरियाणा),खरकड़ी- माखवान गाँव बी. एससी., ऍम. ए.(लोक प्रकाशन) दो कविता संग्रह प्रकाशितकुछ कहानियाँ और लेख प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं मेंरेडियो के लिये नियमित लेखन,...
वाजदा ख़ान (सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश)एम. ए. (चित्रकला), डी. फिल.जिस तरह घुलती है काया (कविता संग्रह) भारतीय ज्ञानपीठ.हेमंत स्मृति कविता सम्मान -2010विभिन्न...
पेटिंग : Saqiba Haq परम्पराएँ जब धर्म का आवरण ओढ़ लेती...
स्वप्निल श्रीवास्तवजन्म ५ अक्टूबर १९५४ को पूर्वी उ.प्र. के जनपद सिद्धार्थनगर के सुदूर गांव मेंहनौना में. शिक्षा और जीवन की...
रामविलास शर्मा की हिंदी नवजागरण की विचारधारा पिछले कई दशकों से अकादमिक दुनिया में व्याख्या और आलोचना के केन्द्र में...
अविनाश मिश्र ने अपने तेवर, त्वरा और तासीर से इधर ध्यान खींचा है. एक उमगते हुए कवि में जो जरूरी...
हिंदी कहानी में युवा रचनाशीलता के प्रतिनिधि के रूप में चंदन पाण्डेय समादृत हैं. समय और समाज को देखने का...
"बाबुषा की कविताओं की तासीर कुछ ऐसी है कि वसंत में कोयल की कूक को खुरच-खुरच कर बगीचों के हवाले...
भारतीय अंगेजी लेखन में कथा साहित्य की प्रतिष्ठा और उसका प्रभाव है. अंगेजी में कविता लिखने वाली भारतीय युवा पीढ़ी ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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