गिरिराज किराडू की कविताएँ
गिरिराज किराडू को उनकी पहली प्रकाशित कविता ‘मेज’ के लिए भारतभूषण अग्रवाल सम्मान मिला था. पिछले दो दशकों से संपादन ...
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गिरिराज किराडू को उनकी पहली प्रकाशित कविता ‘मेज’ के लिए भारतभूषण अग्रवाल सम्मान मिला था. पिछले दो दशकों से संपादन ...
भाष्य के अंतर्गत समालोचन महत्वपूर्ण रचनाओं का पुनर्पाठ प्रस्तुत करता है, जिसमें आपने अब तक- निराला, मुक्तिबोध, शमशेर बहादुर सिंह, ...
युवा चर्चित कवि गिरिराज किराडू किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. हिंदी कविता का समकालीन चेहरा उन्हें शामिल किए बिना ...
गिरिराज किराडू की कुछ नई कविताएँ पहली बात तो यह है कि गिरिराज की कविताओं का हिंदी में कोई पूर्वज ...
समालोचन में गिरिराज किराडू के कॉलम ‘आवाज़ की जगह’ की दूसरी किश्त कवि–कथाकार गौरव सोलंकी के लेखन पर है. आई.आई.टी.रूडकी ...
युवा कवि आलोचक गिरिराज ने अपनी पसन्द के कहानीकारों पर लिखते रहने का वायदा किया है. शुरुआत प्रभात रंजन से. ...
साहित्य के भविष्य पर आयोजित बहसतलब -२ की अगली कड़ी में कवि - संपादक गिरिराज किराडू का आलेख. कविता की पहुंच और ...
गिरिराज किराडू : १५ मार्च १९७५, बीकानेर राजस्थानलेखक, संपादक और अब प्रकाशक भीप्रतिष्ठित पत्र – पत्रिकाओं में कविताएँ,लेख अनुवाद आदिउर्दू, मराठी, ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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