ज्योति शोभा की कविताएँ
ज्योति शोभा की कविताएँ इधर खूब पढ़ी और सराही जा रहीं हैं. पिछले वर्ष समालोचन के ‘मंगलाचार’ में वह रेखांकित ...
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ज्योति शोभा की कविताएँ इधर खूब पढ़ी और सराही जा रहीं हैं. पिछले वर्ष समालोचन के ‘मंगलाचार’ में वह रेखांकित ...
ज्योति शोभा अब हिंदी कविता में एक जाना पहचाना नाम है, लगभग सभी पत्र-पत्रिकाओं में वे इधर प्रकाशित हुईं हैं. ...
(फोटो आभार - rehahn ) ज्योति शोभा की कविताएँ टूटे हुए प्रेम की राख से उठती हैं. ‘देख तो दिल कि जाँ से ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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