पुराकथाएँ-2 : शिरीष कुमार मौर्य
सदी के आखिरी दशक से नई सदी के तीसरे दशक के बीच फैले कवि शिरीष कुमार मौर्य का कविता संसार ...
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सदी के आखिरी दशक से नई सदी के तीसरे दशक के बीच फैले कवि शिरीष कुमार मौर्य का कविता संसार ...
शिरीष कुमार मौर्य की चर्यापद श्रृंखला की 17 कविताएँ 2019 में यहीं प्रकाशित हुईं थीं. इनकी पर्याप्त चर्चा हुई. कुमार ...
शिरीष कुमार मौर्य की कविताएँ पढ़ते हुए सृजनात्मकता के विविध रंग और रूप कुछ इस तरह से उद्घाटित होते हैं ...
शिरीष मौर्य इधर थीम केंद्रित कविता- शृंखलाओं पर काम कर रहें हैं. 'रितुरैण', ‘चर्यापद’ और ‘राग पूरबी’ के बाद ‘आत्मकथा’ ...
कवि-आलोचक शिरीष मौर्य इधर विषय केन्द्रित कविताएँ लिख रहें हैं. बौद्धमत से सम्बंधित सिद्धों के ‘चर्यापद’ को आधार बनाकर लिखी ...
किसी विषय को केंद्र में रखकर कविताओं की श्रृंखला तैयार करने की प्रवृत्ति हिंदी में है, नदी, पहाड़, प्रेम और ...
हमारे समय के महत्वपूर्ण कवि शिरीष कुमार मौर्य की कविताएँ आपके लिए.शिरीष को समालोचन की तरफ से जन्म दिन की ...
यह महीना हजारीप्रसाद द्विवेदी का है. ११० वर्ष पहले इसी महीने के १९ वीं तारीख को बलिया जिले के ‘दुबे ...
शिरीष कुमार मौर्य की इन चारों कविताओं में एक युवा की नैतिक और सामाजिक जबाबदेही मुखर हुई है. ‘पूंजी के ...
कृति : salvador daliहिंदी कविता के जनपद में शिरीष कुमार मौर्य का ठौर- ठिकाना जाना पहचाना है. कम समय में ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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