कौंध : नरेश गोस्वामी
आकार में छोटी कहानी कैसे बड़ी हो सकती है, नरेश गोस्वामी की कहानी ‘कौंध’ इसका अच्छा उदाहरण है. इसके विस्तार ...
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आकार में छोटी कहानी कैसे बड़ी हो सकती है, नरेश गोस्वामी की कहानी ‘कौंध’ इसका अच्छा उदाहरण है. इसके विस्तार ...
यह कहानी नहीं गाथा है. एक महाकाव्य के प्रतिनायक का ऐसा पक्ष जो उसके सामूहिक दाह के वार्षिक शोर में ...
मूल कथ्य पर टिकी हुई, यथार्थवादी, मार्मिक और समयोचित संदेश देती हुई. एक बैठकी में पढ़ जाने योग्य. कहानी से ...
कहानियों में प्रयोग का सिलसिला रहा है. कई लेखकों ने मिलकर एक कहानी लिखी तो किसी अधूरी कहानी को दूसरे ...
कुछ कहानियाँ सीधे दिल में उतरती हैं और कसक छोड़ जाती हैं. दूर तक पात्र पीछा करते रहते हैं. प्रसिद्ध ...
प्रचण्ड प्रवीर हिंदी कथा परम्परा में अलग ही तरह के कथाकार हैं. उन्होंने राशियों को आधार बनाकर कहानियाँ लिखीं हैं. ...
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