विनोद कुमार शुक्ल को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिलने पर लेखकों की प्रतिक्रियाएँ : मनोज मोहन
हिंदी साहित्य-संसार में अधिकतर पुरस्कार संदिग्ध और विवादास्पद हो जाते हैं. इन्हें लेखक के विचलन के रूप में भी देखा ...
हिंदी साहित्य-संसार में अधिकतर पुरस्कार संदिग्ध और विवादास्पद हो जाते हैं. इन्हें लेखक के विचलन के रूप में भी देखा ...
गगन गिल का गद्य उनकी कविताओं का ही विस्तार लगता है. समुचित और सुगठित. बुद्ध पर उनको सुनना-पढ़ना करुणा की ...
नासामुक्ता, कर्णफूल, मेखला, कंठहार, चूड़ामणि, वलय, बाहुबंद, नूपुर, ग्रीवासूत्र, मुद्रिका जैसे आभूषणों पर लिखी दीप्ति कुशवाह की ये कविताएँ देश ...
शायद ही कोई ऐसी भाषा हो जिसमें लेखकों को सम्मानित न किया जाता हो. पारदर्शी तरीके से उपयुक्त व्यक्ति का ...
हिंदी के अग्रगण्य साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल को वर्ष २०२४ के लिए प्रतिष्ठित 59 वाँ ज्ञानपीठ पुरस्कार देने की घोषणा ...
भारतीय अंग्रेजी लेखकों में दिलीप चित्रे (1938-2009) का नाम बहुत सम्मान से लिया जाता है. उन्होंने मराठी और अंग्रेजी दोनों ...
भारतीय अंग्रेज़ी साहित्य की महत्वपूर्ण लेखिका सुकृता पॉल कुमार के तेरह कविता-संग्रह, चौदह संपादित, चार अनूदित और चार आलोचनात्मक पुस्तकें ...
प्रसिद्ध कथाकार और ‘कथा’ पत्रिका के संपादक मार्कण्डेय (2 मई 1930 - 18 मार्च 2010) की आज पुण्यतिथि है. उन्हें ...
मनु गांधी की डायरी का दूसरा हिस्सा श्री त्रिदीप सुहृद द्वारा गुजराती से संपादित और अनूदित होकर अंग्रेजी में प्रकाशित ...
आलोचना प्रारम्भ से ही हिंदी साहित्य के केंद्र में रही है. श्रेष्ठ का मूल्यांकन और प्रगतिशील तत्वों की पहचान के ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2010-2023 समालोचन | powered by zwantum