शिनागावा बन्दर की स्वीकारोक्तियाँ : हारुकी मुराकामी : अनुवाद : श्रीविलास सिंह
हारुकी मुराकामी की कहानी ‘शिनागावा बंदर’ 2006 में प्रकाशित हुई थी, यह बन्दर मनुष्यों की तरह बोलता था और जिससे ...
हारुकी मुराकामी की कहानी ‘शिनागावा बंदर’ 2006 में प्रकाशित हुई थी, यह बन्दर मनुष्यों की तरह बोलता था और जिससे ...
75 वर्षीय जापानी कथाकार हारुकी मुराकामी वर्षों से साहित्य के नोबेल पुरस्कार के संभावित लेखक के रूप में देखे जा ...
नए वर्ष के इस पहले अंक में विश्व प्रसिद्ध कथाकार हारुकी मुराकामी की चर्चित कहानी ‘Yesterday’ का हिंदी अनुवाद प्रस्तुत ...
अर्जेंटीना के जूलियो कोर्टाज़ार (1914-1984) ‘लैटिन अमेरिकी साहित्य आन्दोलन’ के मुख्य लेखकों में से एक थे और कहानी में नवाचार ...
विश्व प्रसिद्ध कथाकार हारुकी मुराकामी की कहानियों के अनुवाद आप नियमित रूप से समालोचन पर पढ़ रहें हैं, यहाँ यह ...
विश्व के समकालीन बड़े कथाकार हारुकी मुराकामी की इस कहानी का जापानी भाषा से अंग्रेजी अनुवाद फिलिप गैब्रिएल ने ‘Hunting ...
हारुकी मुराकामी की कहानी ‘Barn Burning’ मूल रूप से जापानी भाषा में 1983 में लिखी गयी थी, फिलिप गैब्रिएल का ...
जापानी कथाकार हारुकी मुराकामी आज विश्व के कुछ जाने माने कथाकारों में से एक माने जाते हैं, उन्हें खूब पढ़ा ...
अमेरिका के लेखक-पत्रकार रिचर्ड कॉनेल की कहानी ‘सबसे खतरनाक खेल’ लगभग सौ साल पहले प्रकाशित हुई थी. इसकी लोकप्रियता का ...
फ़्रैंज़ काफ़्का की १९१५ में प्रकाशित कृति कायांतरण (The Metamorphosis) में उसका नायक ग्रिगोर सम्सा एक सुबह अपने को एक ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2010-2023 समालोचन | powered by zwantum